Abdul Kalam Azad birth anniversary:- डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि डॉ. कलाम का जीवन न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है, बल्कि वह लाखों भारतीयों के लिए प्रेरणा का अटूट स्रोत बने हुए हैं। मिसाइल मैन के रूप में विख्यात डॉ. कलाम ने अपने साधारण जीवन और असाधारण दृष्टिकोण से हर भारतीय के दिल में एक खास स्थान बनाया।
पीएम मोदी ने कहा, “डॉ. कलाम का विनम्रता से भरा जीवन, उनकी अनुकरणीय सेवा और देश के प्रति समर्पण हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। उनके विचार, विशेष रूप से युवाओं के प्रति उनका दृष्टिकोण, हमें सदैव प्रगति की राह पर चलने का संबल देता रहेगा।”
डॉ. कलाम के नेतृत्व में भारत ने कई वैज्ञानिक ऊँचाइयों को छुआ, जिसमें पोखरण-2 परमाणु परीक्षण का विशेष स्थान है। उनके संदेश और कार्य आज भी भारत को आत्मनिर्भर बनाने और शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार लाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
पीएम मोदी ने एपीजे अब्दुल कलाम की तस्वीरें साझा कीं: चुनौतियों को स्वीकारने वाले नेता की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के साथ अपनी विभिन्न तस्वीरों का एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने डॉ. कलाम की चुनौतियों को स्वीकारने की प्रवृत्ति की प्रशंसा की। एक्स पर पोस्ट करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि अब्दुल कलाम में सहजता और सरलता स्वाभाविक रूप से थी।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं: एक जो अवसरों की तलाश करते हैं और दूसरे जो चुनौतियों की। पीएम मोदी ने बताया कि डॉ. कलाम हमेशा चुनौतियों की खोज में रहते थे, और यह विशेषता उनके जीवन की पहचान थी।
डॉ. कलाम की अद्वितीय उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि यह एक दुर्लभ बात है कि कोई व्यक्ति राष्ट्रपति बनने से पहले ही “राष्ट्र रत्न” की उपाधि प्राप्त कर ले। यह सम्मान डॉ. कलाम के असाधारण जीवन और उनकी उपलब्धियों का परिचायक है, जो उन्हें भारतीय समाज में एक अद्वितीय स्थान प्रदान करता है।
इस तरह के विचारों के साथ, पीएम मोदी ने डॉ. कलाम के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की।
पीएम मोदी ने एक संस्मरण को साझा किया
अपने एक संस्मरण को साझा करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा जब डॉ. कलाम से पूछा गया कि वह कैसे याद किए जाना चाहेंगे। उन्होंने सरलता से जवाब दिया था, ‘मुझे एक शिक्षक के रूप में याद किया जाना पसंद है।’पीएम मोदी ने कहा कि कलाम का यह उत्तर न केवल उनके शिक्षकों के प्रति गहरे सम्मान को दर्शाता है, बल्कि उनके अडिग विश्वास और जीवनभर की प्रतिबद्धताओं को भी उजागर करता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने डॉ. कलाम द्वारा दिए गए मूल्यों को बनाए रखने के लिए राष्ट्र की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए अंत में कहा, “अब्दुल कलाम के आशीर्वाद से हम उनकी शिक्षाओं द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।यह उनके लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।”
Author: Suryodaya Samachar
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