नई दिल्ली :- प्रवर्तन निदेशालय देश के बड़े राजनेताओं पर अपना शिकंजा कस रही है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनोज सिसोदिया के बाद अब मुख्यमंत्री केजरीवाल पर भी आम आदमी पार्टी अपना समन लगाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 21 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के समन में शामिल नहीं होंगे क्योंकि वह बुधवार को अपने 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान सत्र के लिए रवाना हो गए हैं।आम आदमी पार्टी (Aam admi party) के मुताबिक, सीएम केजरीवाल बुधवार दोपहर विपश्यना सत्र के लिए रवाना हुए और वह 30 दिसंबर को दिल्ली वापस आएंगे। सीएम पहले से तय विपश्यना कार्यक्रम में 30 दिसंबर तक मौजूद रहेंगे और वह ईडी के सामने पेश नहीं हो सकेंगे। यह लगातार दूसरी बार है जब ईडी के समन पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पूछताछ में शामिल नहीं होंगे।
अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में 21 दिसंबर को अपने मुख्यालय में पेश होने के लिए बुलाया। सूत्रों के मुताबिक जो जानकारी मिली है उनके अनुसार सीएम केजरीवाल 2 नवंबर को ईडी के समन में शामिल नहीं हुए थे। इस मामले में ईडी पहले ही पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।
आम आदमी पार्टी के विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार सीएम केजरीवाल का विपश्यना शिविर में जाने का कार्यक्रम पहले से तय था। इस कारण वह प्रवर्तन निदेशालय के समन पर उपलब्ध नहीं हो पाएंगे। हम आपको बताना चाहते हैं कि विपश्यना एक प्राचीन भारतीय ध्यान पद्धति है जिसका अभ्यास करने वाले लोग कुछ समय के लिए देश-दुनिया से कट जाते हैं और एकांतवास में रहते हैं। इसे आप एक तरह का योगाभ्यास भी कह सकते हैं, जिसमें आप किसी से संवाद या संकेतों के माध्यम से भी बात नहीं कर सकते।
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Author: Suryodaya Samachar
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