Varanasi News :- आज, 20 नवंबर 2024 को, काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के महामना मालवीय गंगाशोध केंद्र में एक शोकसभा आयोजित की गई, जिसमें विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना मदन मोहन मालवीय जी के पौत्र और बीएचयू के कुलाधिपति गिरधर मालवीय जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया। गंगामित्रों ने नम आंखों से गिरधर मालवीय जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए 1 मिनट का मौन रखा।
मालवीय परिवार और गंगा के प्रति श्रद्धा
महामना मदन मोहन मालवीय जी का गंगा के प्रति असीम प्रेम और समर्पण जगजाहिर है। उन्होंने गंगा की स्वच्छता और अविरलता को बनाए रखने के लिए अंग्रेजों के साथ एक ऐतिहासिक समझौता किया था। उनकी इस परंपरा को उनके पौत्र गिरधर मालवीय जी, जो इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस भी रह चुके थे, ने आगे बढ़ाया। गिरधर मालवीय जी ने गंगा और काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को श्रद्धापूर्वक निभाया।
श्रद्धांजलि सभा
गंगाशोध केंद्र में गिरधर मालवीय जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए गंगामित्रों ने उनके योगदान को याद किया।
गंगामित्र कोऑर्डिनेटर धर्मेंद्र कुमार पटेल ने सभा का संचालन किया। उनके साथ संदीप राजभर, बीनू पटेल, आंचल, स्नेहा, कुमारी शीनू, रूबी गुप्ता, राधा मौर्य, धर्मेन्द्र राय, और टीपू सुल्तान सहित अन्य गंगामित्रों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
गिरधर मालवीय जी का योगदान
गिरधर मालवीय जी न केवल बीएचयू के कुलाधिपति के रूप में प्रतिष्ठित रहे, बल्कि गंगा स्वच्छता और संरक्षण के प्रति भी गहरी आस्था रखते थे। उनके निधन से विश्वविद्यालय और गंगा मिशन ने एक प्रेरणास्रोत खो दिया है।
उनकी सादगी, कर्तव्यपरायणता, और गंगा के प्रति समर्पण भाव हमेशा प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।
Varanasi news :- RTO से NOC लिए बगैर अवैध रूप से काटी जा रही गाड़ियां, प्रशासन बेपरवाह
Author: Suryodaya Samachar
खबर से पहले आप तक