Traffic safety mission :- [रिपोर्टर अजय कुमार गुप्ता] वाराणसी में यातायात माह के दूसरे दिन एक अनोखी और प्रेरणादायक घटना देखने को मिली। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के बहेडवा गाँव की आठ वर्षीय बच्ची दृष्टि मिश्रा ने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने का सराहनीय कार्य किया। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मिर्जामुराद ओवरब्रिज के नीचे शनिवार को दृष्टि ने हेलमेट और बैनर का उपयोग कर राहगीरों को यातायात सुरक्षा के महत्व से अवगत कराया। दृष्टि वाराणसी पब्लिक स्कूल बंगालीपुर में कक्षा 3 की छात्रा है और इस छोटी उम्र में उसने समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी का परिचय दिया।
जागरूकता फैलाने की पहल
दृष्टि मिश्रा ने एक जागरूकता अभियान के तहत, हेलमेट पहन कर ओवरब्रिज के नीचे खड़े होकर लोगों को यातायात सुरक्षा के महत्व के बारे में संदेश दिया। उसके पास एक बैनर था जिसमें यातायात सुरक्षा के संदेश लिखे थे, ताकि लोग इसे देखकर समझ सकें कि सड़क पर सुरक्षित रहने के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग कितना आवश्यक है। इस नन्ही सी बच्ची का यह प्रयास स्थानीय लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया, जिससे सभी को यातायात सुरक्षा का महत्व समझ में आया।
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राहगीरों का समर्थन
दृष्टि के इस नेक कार्य से प्रभावित होकर राहगीरों ने उसे समर्थन दिया। लोग उसकी जागरूकता पहल को सराहते हुए उसके पास रुककर सेल्फी लेते हुए नजर आए। उसकी इस अनोखी और साहसिक पहल ने लोगों के दिलों में जगह बना ली और यातायात सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने में मदद की। यह नन्ही बच्ची लोगों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई है, जिससे यह साफ होता है कि जागरूकता फैलाने के लिए उम्र नहीं बल्कि जज़्बा और समर्पण मायने रखता है।
थाना प्रभारी की सराहना
मिर्जामुराद थाना के प्रभारी निरीक्षक अजय राज वर्मा ने दृष्टि मिश्रा के इस प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस छोटी उम्र में दृष्टि का यह कार्य समाज के लिए एक प्रेरणादायक पहल है। इसके साथ ही, उन्होंने चार पहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट और दो पहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने का आग्रह किया। प्रभारी निरीक्षक ने लोगों को बताया कि सड़क पर सुरक्षित रहने के लिए हर एक व्यक्ति को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए। उन्होंने लोगों को यह समझाने का प्रयास किया कि यातायात सुरक्षा किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज की जिम्मेदारी है।
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यातायात सुरक्षा का महत्व
यातायात सुरक्षा किसी भी समाज की बुनियादी जरूरतों में से एक है। सड़क हादसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह आवश्यक है कि हम सभी यातायात नियमों का पालन करें। दृष्टि मिश्रा का यह प्रयास यह दर्शाता है कि यातायात नियमों का पालन करने का संदेश बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए है। हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग सड़क पर हमारी सुरक्षा को सुनिश्चित करता है और दुर्घटनाओं के खतरे को कम करता है। यातायात माह का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि लोग नियमों का पालन करें और अपने तथा दूसरों की सुरक्षा का ख्याल रखें।
समाज में बदलाव की शुरुआत
दृष्टि मिश्रा जैसी नन्ही बच्ची का यह प्रयास समाज में एक सकारात्मक बदलाव की शुरुआत का संकेत है। उसने यह सिद्ध कर दिया कि एक छोटी सी उम्र में भी बड़े-बड़े कार्य किए जा सकते हैं। उसके इस कार्य से यह उम्मीद जताई जा सकती है कि आने वाले समय में अधिक से अधिक लोग यातायात सुरक्षा को गंभीरता से लेंगे और सड़क पर सुरक्षित रहने के लिए आवश्यक उपाय अपनाएंगे। इस प्रकार की पहल से न केवल लोगों को जागरूक किया जा सकता है, बल्कि समाज में एक नई सोच का भी संचार किया जा सकता है।
दृष्टि मिश्रा का यातायात माह के दौरान किया गया यह कार्य हमें यह सिखाता है कि जागरूकता फैलाने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती। उसकी इस पहल से लोगों में यातायात सुरक्षा के प्रति नई जागरूकता का संचार हुआ है। मिर्जामुराद थाना के निरीक्षक अजय राज वर्मा और अन्य राहगीरों द्वारा की गई सराहना से दृष्टि के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई है, जो आगे चलकर और भी प्रेरणादायक कार्यों में सहायक होगी।
दृष्टि का यह प्रयास समाज के लिए एक प्रेरणा है कि हम सभी को यातायात सुरक्षा के प्रति गंभीर होना चाहिए। उसका संदेश है कि सड़क पर नियमों का पालन करना हमारी और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। ऐसे बच्चों से समाज को एक नई दिशा मिलती है और उम्मीद की जा सकती है कि दृष्टि जैसे और भी बच्चे भविष्य में इसी तरह से समाज को सुरक्षित और जागरूक बनाने में अपना योगदान देंगे।

Author: Suryodaya Samachar
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