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Sonbhadra news :- अब किसानों की खेती होगी जहर मुक्त, बोले सपा सांसद

Sonbhadra news :- [रिपोर्टर रामेश्वर सोनी] अब किसानों की खेती जहर मुक्त होने जा रही है। सपा सांसद राबर्ट्सगंज छोटेलाल खरवार ने गुरुवार को करमा विकासखंड के सरंगा गाँव में किसान संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। इस संगोष्ठी का आयोजन प्योर एग्रो ऑर्गेनिक प्रा. लि. के बैनर तले किया गया, जिसमें जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को जागरूक किया गया।



जहर मुक्त खेती की ओर कदम

मुख्य अतिथि के रूप में संबोधन करते हुए सपा सांसद ने कहा कि अगर हर किसान जैविक खेती को अपनाएगा, तो जहर मुक्त खेती संभव हो सकेगी। उन्होंने किसानों को यह संदेश दिया कि रासायनिक खाद के लगातार उपयोग से न केवल पैदावार में गिरावट हो रही है, बल्कि हमारी फसलों के माध्यम से शरीर में जहर भी प्रवेश कर रहा है। जैविक खेती को अपनाकर हम अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं और साथ ही पैदावार में सुधार कर सकते हैं।

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रासायनिक खेती से नुकसान

सपा सांसद छोटेलाल खरवार ने इस बात पर जोर दिया कि रासायनिक खाद का प्रयोग करके किसान अपनी फसल की पैदावार को दिन प्रतिदिन कम कर रहा है। रासायनिक खादों का अत्यधिक उपयोग मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को भी खत्म कर रहा है, जिससे भूमि बंजर हो रही है। इस तरह की खेती से किसान को दीर्घकालिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऐसे में जैविक खेती का महत्व और भी अधिक हो जाता है। जैविक विधि से खेती करके हम अपने कृषि क्षेत्र को स्थायी रूप से उपजाऊ रख सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी खेती को लाभकारी बना सकते हैं।

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जैविक खेती के फायदे

संगोष्ठी में कृषि विशेषज्ञ देशराज कोली ने किसानों को बताया कि जैविक खेती न केवल स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, बल्कि यह किसानों के लिए आर्थिक रूप से भी फायदेमंद साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि जैविक खेती से किसानों को कम लागत में अधिक पैदावार मिल सकती है, साथ ही इससे भूमि की उर्वरकता भी बनी रहती है। इसके अलावा, जैविक खेती के माध्यम से किसानों को बाजार में अच्छे दाम मिल सकते हैं, क्योंकि जैविक उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है।

जैविक सूचना डिपो सेंटर का उद्घाटन

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा जैविक सूचना डिपो सेंटर का फीता काटकर उद्घाटन करने से हुई। इसके बाद दीप प्रज्वलित कर संगोष्ठी का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कंपनी के प्रतिनिधियों और किसानों के बीच जैविक खेती के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। किसानों को जैविक खेती की तकनीकियों और उसकी प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, ताकि वे इसे अपने खेतों में आसानी से लागू कर सकें।

विशेषज्ञों की राय

कृषि विशेषज्ञ देशराज कोली ने अपने संबोधन में किसानों को जैविक खेती से जुड़े तमाम लाभों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि रासायनिक खादों का अत्यधिक उपयोग न केवल हमारी मिट्टी के लिए हानिकारक है, बल्कि यह फसल की गुणवत्ता को भी प्रभावित करता है। उन्होंने जैविक खेती के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जैविक खेती से न केवल उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार होता है, बल्कि इससे पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है।

 

कंपनी का योगदान

इस अवसर पर प्योर एग्रो ऑर्गेनिक प्रा. लि. के जोनल मैनेजर अतिस सिंह ने कहा कि उनकी कंपनी किसानों के हित में काम कर रही है और उनका लक्ष्य है कि हर किसान जैविक खेती को अपनाए। उन्होंने कहा कि जैविक खेती से किसानों की आय को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है और यह मुहिम किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी। इसके अलावा, कंपनी द्वारा किसानों को प्रशिक्षण और सहयोग प्रदान किया जाएगा, ताकि वे आसानी से जैविक खेती के तरीकों को अपना सकें।

समारोह की अध्यक्षता और उपस्थिति

कार्यक्रम की अध्यक्षता भन्ते हीरा लाल द्वारा की गई, जबकि संचालन राजेश कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे, जिन्होंने संगोष्ठी में भाग लेकर जैविक खेती के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस मौके पर सोनभद्र डिपो के प्रबंध निदेशक बृजेश कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, ग्राम प्रधान संतोष सिंह मौर्य, केपी मौर्य, ब्रजेश सिंह, अखिलेश कुमार सिंह, आनंद सिंह, वीरेंद्र कुमार मौर्य, राम मूरत सिंह, राज नारायण सिंह, सुशील मौर्य, राम लक्षन मौर्य और बादल सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम का समापन

किसान संगोष्ठी के समापन पर मुख्य अतिथि ने सभी किसानों से अपील की कि वे जैविक खेती को अपनाएं और अपनी फसल को जहर मुक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के माध्यम से न केवल हमारी मिट्टी की उर्वरकता बनी रहेगी, बल्कि हमारी सेहत भी बेहतर होगी। इस संगोष्ठी ने किसानों को जैविक खेती के महत्व और उसके फायदों के बारे में जागरूक किया और उन्हें इस दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

 

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Author: Suryodaya Samachar

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