SCO Summit :- विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को एससीओ शिखर सम्मेलन में विकास और वृद्धि के लिए वास्तविक साझेदारी और शांति एवं स्थिरता के महत्व पर जोर दिया।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को इस्लामाबाद, पाकिस्तान में एससीओ परिषद के शासनाध्यक्षों की 23वीं बैठक में विकास और वृद्धि के लिए वास्तविक साझेदारी और शांति एवं स्थिरता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद से जुड़ी सीमा पार की गतिविधियाँ व्यापार, ऊर्जा प्रवाह और कनेक्टिविटी में बाधा डालती हैं।
SCO Summit में बोले जयशंकर :-
एस जयशंकर ने कहा, “हमारे प्रयास तभी आगे बढ़ेंगे जब चार्टर के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ रहेगी। यह स्वयंसिद्ध है कि विकास और वृद्धि के लिए शांति और स्थिरता की आवश्यकता होती है। जैसा कि चार्टर में स्पष्ट किया गया है, इसका अर्थ है ‘तीन बुराइयों’ का मुकाबला करने में दृढ़ और समझौताहीन होना।” उन्होंने कहा, “यदि सीमा पार की गतिविधियां आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद से प्रभावित होंगी, तो इससे व्यापार, ऊर्जा प्रवाह, संपर्क और लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलने की संभावना नहीं है।”
मंत्री ने विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि एससीओ को इस बदलाव की वकालत करनी चाहिए, और अधिक प्रतिनिधित्वपूर्ण, समावेशी और लोकतांत्रिक सुरक्षा परिषद को बढ़ावा देना चाहिए।
लगभग नौ वर्षों में यह पहली बार है कि भारत के विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की यात्रा की है, जबकि दोनों पड़ोसियों के बीच कश्मीर मुद्दे और पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद को लेकर संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं ।
एस जयशंकर बुधवार को एससीओ शासनाध्यक्ष परिषद (सीएचजी) शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
पाकिस्तान में एससीओ शिखर सम्मेलन
एससीओ के अंतर्गत दूसरे सर्वोच्च मंच एससीओ सीएचजी की दो दिवसीय बैठक की अध्यक्षता परिषद के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ करेंगे।
पाकिस्तान ने 26 अक्टूबर, 2023 को बिश्केक में आयोजित पिछली बैठक में 2023-24 के लिए एससीओ सीएचजी की घूर्णन अध्यक्षता ग्रहण की थी, जहां देश का प्रतिनिधित्व तत्कालीन अंतरिम विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी ने किया था।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक में संगठन के व्यापार और आर्थिक एजेंडे पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। जयशंकर एससीओ की 23वीं बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।शंघाई सहयोग संगठन एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना 15 जून 2001 को शंघाई में कजाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान द्वारा की गई थी।
Author: Suryodaya Samachar
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