Kolkata Rape Case:– कोलकाता में हुए रेप कांड ने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है, और इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक भावुक कदम उठाया है। ममता बनर्जी उस धरने में पहुंचीं जहां डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बेहद इमोशनल अंदाज में अपना पक्ष रखा और कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री पद की कोई परवाह नहीं है, बल्कि वे हमेशा लोगों के साथ खड़ी हैं।
ममता बनर्जी का भावुक भाषण: Kolkata Rape Case
धरने में पहुंचकर ममता बनर्जी ने डॉक्टर्स से बातचीत की और कहा, “मैं हमेशा आपके साथ हूं, चाहे कुछ भी हो जाए। मुझे मुख्यमंत्री पद की कोई चिंता नहीं है, मेरे लिए लोगों की भलाई सबसे ऊपर है।” उनके इस भावुक भाषण से यह साफ हो गया कि वह जनता के साथ अपने जुड़ाव को लेकर गंभीर हैं और इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं करना चाहतीं।
रेप कांड पर जनता का गुस्सा: Kolkata Rape Case
रेप की इस घटना के बाद राज्यभर में लोगों का गुस्सा उबाल पर है। जनता और विभिन्न संगठनों ने ममता सरकार से त्वरित और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। डॉक्टर्स ने भी अपनी सुरक्षा और न्याय की मांग करते हुए धरना दिया, जिसमें ममता बनर्जी के शामिल होने से मामला और भी संवेदनशील हो गया। ममता बनर्जी ने यह साफ कर दिया है कि वह कानून व्यवस्था में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेंगी और इस मामले में दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएँगे।
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डॉक्टरों के साथ ममता बनर्जी की मुलाकात: Kolkata Rape Case
12 सितंबर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल के बीच होने वाली बैठक लाइव प्रसारण की मांग के कारण नहीं हो पाई। बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ राज्य के डीजीपी राजीव कुमार भी मौजूद थे। Çइस अवसर पर ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से अपील की कि वे अपनी बात को स्पष्ट रूप से रखने का अवसर दें। उन्होंने कहा, “मैं आपके आंदोलन का सम्मान करती हूं। आपकी सड़कों पर उपस्थिति के कारण मैं रात को ठीक से सो नहीं सकी हूं।” इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द अपने काम पर लौटें और उनकी सभी मांगों पर सरकार सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी।
ममता बनर्जी का यह बयान डॉक्टरों के साथ सरकार के संवेदनशील दृष्टिकोण को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वे इस स्थिति को जल्द से जल्द हल करना चाहती हैं और डॉक्टरों की मांगों पर गंभीरता से विचार करने को तैयार हैं।
डॉक्टरों का प्रदर्शन पांचवे दिन भी जारी:
कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन लगातार पांचवें दिन भी जारी रहा। भारी बारिश के बावजूद, डॉक्टरों की हिम्मत नहीं टूटी और उन्होंने अपनी मांगों के लिए डटे रहने का संकल्प दोहराया। प्रदर्शनकारी डॉक्टर अनिकेत महतो ने पीटीआई से कहा, “जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं और मृतका को न्याय नहीं मिलता, तब तक कोई भी ताकत हमें यहां से हटा नहीं सकती।”
एक अन्य डॉक्टर, सौम्या चक्रवर्ती ने भी इस प्रदर्शन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा, “अगर कोई हमें अड़ियल या जिद्दी मानता है, तो यह गलत है। हम केवल स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार की मांग कर रहे हैं। इस आंदोलन का राजनीति से कोई संबंध नहीं है।”
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आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आसपास बढ़ाई गई निषेधाज्ञा:
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के आसपास लगाए गए निषेधाज्ञा की अवधि को 30 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। यह आदेश सबसे पहले 18 अगस्त को जारी किया गया था, जो इस क्षेत्र में पांच या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाता है। प्रशासन ने यह कदम इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया है।
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Author: Suryodaya Samachar
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