Dhanteras 2024 :- धनतेरस हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो दिवाली से दो दिन पहले मनाया जाता है। इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि इसे धन और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस पर विशेष रूप से भगवान धन्वंतरि, माता लक्ष्मी, और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। इस पूजा के दौरान कुछ विशिष्ट सामग्रियों का प्रयोग किया जाता है, जो सौभाग्य और समृद्धि का आह्वान करने के लिए अनिवार्य मानी जाती हैं। आइए जानते हैं धनतेरस पूजा के लिए आवश्यक सभी सामग्रियों की संपूर्ण सूची और उनका महत्व।
1. सफेद कपड़ा और पूजा चौकी
पूजा के लिए सबसे पहले आपको एक स्वच्छ सफेद कपड़ा चाहिए, जो पूजा की चौकी पर बिछाया जाता है। इस कपड़े पर आप लक्ष्मी और धन्वंतरि के चित्र, मूर्ति, या प्रतीक रख सकते हैं। सफेद रंग को शांति और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है, जो पूजा स्थल को पवित्र बनाता है।
2. मूर्ति या चित्र
धनतेरस की पूजा में भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी का चित्र या मूर्ति रखी जाती है। भगवान धन्वंतरि आयुर्वेद के देवता माने जाते हैं, जो स्वस्थ जीवन का प्रतीक हैं। लक्ष्मी जी को धन और वैभव की देवी माना जाता है। इनके अलावा, धन की देवी लक्ष्मी और कुबेर जी का भी चित्र या मूर्ति पूजा में रखी जा सकती है।
3. चांदी या मिट्टी के दीपक
दीयों का प्रकाश सुख-समृद्धि का प्रतीक है, और इनका महत्व धनतेरस पूजा में अत्यधिक है। मिट्टी या चांदी के दीपक लेकर उन्हें पूजा के दौरान जलाना चाहिए। आमतौर पर दीपों में घी या तेल डालकर उन्हें जलाया जाता है। यह दीये बुराई को दूर भगाने और सकारात्मक ऊर्जा के संचार के लिए जलाए जाते हैं।
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4. धनिया और चावल
धनतेरस पूजा में धनिया और चावल का प्रयोग शुभता का प्रतीक है। पूजा के समय चावल का उपयोग भगवान को अर्पित करने में होता है। धनिया के बीज विशेष रूप से इस दिन में प्रयोग किए जाते हैं, जिन्हें सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
5. सिक्के
पूजा के दौरान सोने या चांदी के सिक्के रखे जाते हैं, जिन्हें लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस के दिन इन्हें खरीदना भी शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। अगर सोने या चांदी के सिक्के संभव न हों, तो तांबे या किसी अन्य धातु के सिक्के भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
6. पान, सुपारी, लौंग, इलायची
पान, सुपारी, लौंग और इलायची का प्रयोग पूजा में विशेष महत्व रखता है। यह सामग्री पूजा में अर्पित की जाती है और इसे देवताओं को प्रसन्न करने के लिए प्रयोग किया जाता है। इनका उपयोग पूजा में करने से भगवान धन्वंतरि और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद मिलता है।
7. फूल-माला
पूजा के लिए ताजे फूलों की आवश्यकता होती है। गुलाब, गेंदे, और कमल के फूल विशेष रूप से इस दिन पूजन के लिए शुभ माने जाते हैं। लक्ष्मी जी को विशेषकर कमल का फूल अर्पित करना बहुत शुभ माना गया है। पूजा की चौकी को फूलों से सजाया जाता है और भगवान को अर्पित किया जाता है।
8. कलश और जल
पूजा में कलश का महत्वपूर्ण स्थान है। एक तांबे या चांदी के कलश में गंगाजल या स्वच्छ पानी भरकर उसमें आम के पत्ते डालें और ऊपर नारियल रखें। यह कलश समृद्धि और शुभता का प्रतीक माना जाता है।
9. रोली और कुमकुम
पूजा में भगवान को तिलक लगाने के लिए रोली और कुमकुम का प्रयोग किया जाता है। यह तिलक सकारात्मक ऊर्जा और शुभता का प्रतीक होता है। पूजा में रोली और कुमकुम का उपयोग आवश्यक होता है।
10. धूप, अगरबत्ती और कपूर
धूप, अगरबत्ती और कपूर से पूजा की शुरुआत की जाती है। यह वातावरण को पवित्र बनाने और सकारात्मकता लाने के लिए जलाए जाते हैं। धूप और अगरबत्ती से देवताओं को प्रसन्न किया जाता है और कपूर से पूजन के बाद आरती की जाती है।
11. फलों का प्रसाद : Dhanteras 2024
पूजा के बाद भगवान को प्रसाद चढ़ाने के लिए फलों का प्रयोग किया जाता है। आप केला, सेब, या अन्य ताजे फल चढ़ा सकते हैं। यह भगवान को अर्पण करने का एक तरीका है, जो शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है।
12. मिठाई
धनतेरस पूजा में मिठाई का महत्व भी बहुत अधिक है। भगवान को भोग लगाने के लिए मिठाई का प्रयोग होता है। पूजा के बाद इस मिठाई को प्रसाद के रूप में घर के सदस्यों में बांटा जाता है।
13. नवदीप या नौ दीये
कुछ लोग धनतेरस पूजा में नौ दीयों का प्रयोग करते हैं, जिन्हें ‘नवदीप’ कहा जाता है। ये नौ दीये भगवान को अर्पण किए जाते हैं और घर के नौ कोनों में रखे जाते हैं। इसे घर में सुख, शांति, और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
14. सिंदूर और चंदन
पूजा में सिंदूर और चंदन का उपयोग भी विशेष महत्व रखता है। चंदन से तिलक लगाने से मन शांत और एकाग्र रहता है, जबकि सिंदूर शुभता का प्रतीक है।
15. बर्तन (सोना, चांदी या स्टील)
धनतेरस के दिन नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। विशेष रूप से सोने या चांदी का बर्तन खरीदने की परंपरा है, परंतु आजकल स्टील के बर्तन भी पूजा के लिए उपयोग किए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि नए बर्तन लाने से घर में संपन्नता और खुशहाली आती है।
धनतेरस की पूजा से घर में सुख-समृद्धि, वैभव और स्वास्थ्य का संचार होता है। इस दिन पूजा करते समय सभी सामग्रियों का सही तरीके से प्रयोग किया जाए, तो इससे भगवान की कृपा प्राप्त होती है। धनतेरस की पूजा से लक्ष्मी, कुबेर और धन्वंतरि जी की कृपा प्राप्त होती है, जो आने वाले वर्ष में हमारे जीवन में खुशियाँ और समृद्धि लाती है।
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Author: Suryodaya Samachar
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