जम्मू-कश्मीर एनकाउंटर: भारत ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के एक अहम साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। अब NIA उसे 18 दिनों की रिमांड पर लेकर लगातार पूछताछ कर रही है, ताकि पाकिस्तान की साजिशों को बेनकाब किया जा सके। वहीं, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले से सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता मिली है। सेना ने चटरू इलाके के नायदगाम जंगलों में जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर (Jaish Commander Killed) सैफुल्लाह सहित तीन पाक आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। यह वही क्षेत्र है जहां पिछले कई दिनों से ऑपरेशन चल रहा था।
यह मुठभेड़ एक व्यापक अभियान (Anti Terror Operation) का हिस्सा थी, जिसकी शुरुआत 9 अप्रैल को हुई थी। इस मिशन में सेना की 2, 5 और 9 पैरा यूनिट्स के साथ-साथ सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) भी शामिल थी। आतंकियों को घेरने के लिए सेना ने हेलीकॉप्टर की मदद भी ली।
किन आतंकियों का हुआ खात्मा? कितना था इनाम? आइए जानते हैं…
मारे गए आतंकियों की पहचान सैफुल्लाह, फरमान और बाशा के रूप में हुई है – तीनों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था। एनकाउंटर के बाद घटनास्थल से भारी संख्या में हथियार, गोलियां और विस्फोटक सामग्री बरामद हुई हैं।
उधर, उधमपुर और किश्तवाड़ जिलों में भी आतंकियों के खिलाफ एक और बड़ा सर्च ऑपरेशन चल रहा है। बताया गया है कि हाल ही में इन इलाकों में आतंकियों की मौजूदगी देखी गई थी। आशंका है कि ये आतंकी कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर से सीमा पार कर भारत में दाखिल हुए थे।
बसंतगढ़ बना आतंकियों की पनाहगाह!
उधमपुर जिले के बसंतगढ़ क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां आतंकियों ने एक ग्रामीण के घर में घुसकर खाना खाया और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए। इससे पहले, 3 अप्रैल को मजालता इलाके में दो आतंकियों ने एक परिवार को बंधक बनाकर खाना और मोबाइल लूट लिया था।
इन घटनाओं से पहले, 27 मार्च को कठुआ के सुफैन जंगलों में हुई मुठभेड़ में दो आतंकी और चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
इसी दौरान, नियंत्रण रेखा (LoC) पर भी हालात बिगड़ते दिखे। पाकिस्तानी सेना ने अखनूर के केरी बट्टल सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन किया, जिसमें भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (JCO) कुलदीप सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में शहीद हो गए। भारतीय सेना ने भी इसका करारा जवाब देते हुए पाकिस्तानी चौकियों पर फायरिंग की। सेना इस पूरे मामले पर जल्द ही आधिकारिक बयान जारी कर सकती है।
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Author: Suryodaya Samachar
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