UP Board practical exam :- उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) ने इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए प्रायोगिक परीक्षाओं की तिथियों में बदलाव कर नई तारीखों की घोषणा की है। यह निर्णय जेईई मेन्स परीक्षा के साथ टकराव को देखते हुए लिया गया है। अब प्रायोगिक परीक्षाएं 1 फरवरी से 16 फरवरी के बीच दो चरणों में आयोजित की जाएंगी।
संशोधित परीक्षा शेड्यूल
पहले चरण में 1 फरवरी से 8 फरवरी के बीच अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी और गोरखपुर मंडलों में प्रायोगिक परीक्षाएं होंगी।
दूसरे चरण में 9 फरवरी से 16 फरवरी के बीच आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडलों में परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
छात्रों के हित में लिया गया निर्णय
बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने बताया कि जेईई मेन्स परीक्षा (22 से 31 जनवरी) के चलते कई छात्रों को दोनों परीक्षाओं के बीच तालमेल बिठाने में परेशानी हो सकती थी। इसलिए, छात्रों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए प्रायोगिक परीक्षाओं का शेड्यूल बदला गया है।
प्रायोगिक परीक्षा में पारदर्शिता के लिए नई व्यवस्था
इस साल यूपी बोर्ड ने प्रायोगिक परीक्षाओं में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एक नई प्रणाली लागू की है। इसके तहत:
- परीक्षकों को छात्रों के अंक परीक्षा केंद्र पर ही एक विशेष मोबाइल एप के जरिए अपलोड करने होंगे।
- यह मोबाइल एप केवल परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में काम करेगा।
- छात्रों के साथ परीक्षकों को सेल्फी लेकर एप पर अपलोड करनी होगी।
- प्रधानाचार्यों को परीक्षा की निगरानी और रिकॉर्डिंग की जिम्मेदारी दी गई है, जिससे निष्पक्षता सुनिश्चित हो सके।
प्रायोगिक परीक्षाओं में बड़ी संख्या में छात्रों की भागीदारी
इंटरमीडिएट विज्ञान वर्ग के अंतर्गत रसायन विज्ञान और भौतिक विज्ञान में सबसे अधिक छात्र पंजीकृत हैं।
- रसायन विज्ञान में: 16,50,937 छात्र
- भौतिक विज्ञान में: 16,50,482 छात्र
- जीव विज्ञान में: 12,49,485 छात्र
छात्रों की सुविधा और निष्पक्षता पर जोर
इस बार यूपी बोर्ड ने छात्रों की सुविधा और परीक्षा में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। यह बदलाव न केवल परीक्षाओं को निष्पक्ष बनाने में मदद करेगा, बल्कि छात्रों के लिए एक बेहतर अनुभव भी प्रदान करेगा।
Author: Suryodaya Samachar
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