मासिक शिवरात्रि व्रत: महत्त्व, पूजा विधि और उपाय
मासिक शिवरात्रि प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। यह व्रत भगवान शिव की आराधना के लिए रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से शिव भक्तों को भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन की सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है।
मासिक शिवरात्रि व्रत का महत्त्व:
1. शिव कृपा की प्राप्ति: इस व्रत को रखने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।
2. धन और समृद्धि: इस व्रत के माध्यम से व्यक्ति को आर्थिक समस्याओं से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-शांति का वास होता है।
3. पापों का नाश: शिवरात्रि का व्रत करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
4. स्वास्थ्य लाभ: इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य सुधरता है।
मासिक शिवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट- पुष्प, पंच फल पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें,तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव व मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि।
मासिक शिवरात्रि पूजा विधि:
1. व्रत का संकल्प: प्रातःकाल उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें।
2. पूजा की तैयारी: भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग को गंगाजल, दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से स्नान कराएं।
3. आराधना: शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा और सफेद फूल चढ़ाएं।
4. धूप-दीप: भगवान शिव को धूप और दीप दिखाकर आरती करें।
5. मंत्र जप: “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। यह मंत्र शिव पूजा में अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।
6. रात्रि जागरण: मासिक शिवरात्रि के दिन रात्रि जागरण का विशेष महत्त्व है। रात्रि के चारों प्रहर में शिवजी का पूजन करना चाहिए।
मासिक शिवरात्रि के उपाय:
1. बेलपत्र अर्पण: शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह धन और समृद्धि को बढ़ाता है।
2. दूध का अभिषेक: शिवलिंग पर कच्चे दूध का अभिषेक करने से स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
3. शिव चालीसा का पाठ: मासिक शिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को जीवन की सभी कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है।
4. दान-पुण्य: इस दिन गरीबों को अन्न, वस्त्र और धन का दान करना विशेष फलदायी होता है।
5. रुद्राक्ष धारण: मासिक शिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
मासिक शिवरात्रि व्रत शिव भक्तों के लिए एक विशेष अवसर है। इस व्रत को पूरी श्रद्धा और विधिपूर्वक करने से व्यक्ति को शिव की कृपा से जीवन में सफलता, शांति, और समृद्धि प्राप्त होती है।
भगवान् हमसे क्या अपेक्षा करते हैं, ऐसा करेंगे तो भगवान् साक्षात दर्शन देंगे..
Author: Suryodaya Samachar
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