प्रयागराज:- उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के महज दो दिन बाद ही नवविवाहिता ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। यह घटना जिले के करछना इलाके की है, जहां युवक की बारात गांव जसरा गई थी। शादी के अगले दिन धूमधाम से रिसेप्शन हुआ, लेकिन तीसरे दिन जब बहू ने बच्चे को जन्म दिया, तो पूरा मामला उलट गया।
पति ने अपनाने से किया इनकार
बच्चे के जन्म के बाद पति ने साफ तौर पर अपनी पत्नी को अपनाने से मना कर दिया। उसका कहना था कि शादी महज दो दिन पहले हुई थी और वह इस बच्चे का पिता नहीं हो सकता। पति का तर्क था कि उनकी शादी चार महीने पहले तय हुई थी, लेकिन पत्नी के गर्भवती होने की कोई जानकारी उसे पहले नहीं दी गई। इस पर ससुराल वालों ने भी बहू को स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
लड़की पक्ष ने दिया अपना पक्ष
लड़की के परिवार ने बताया कि शादी से पहले युवक और युवती एक-दूसरे के संपर्क में थे और दोनों के बीच प्रेम संबंध था। लड़की पक्ष ने आरोप लगाया कि युवक को पहले से ही लड़की की गर्भावस्था की जानकारी थी, लेकिन शादी के बाद अब वह जिम्मेदारी से बचना चाहता है।
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गांव में पंचायत, अब DNA टेस्ट का सहारा
बच्चे के जन्म के बाद मामला गांव में चर्चा का विषय बन गया। पंचायत बुलाई गई, जिसमें दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी बातें रखीं। पंचायत के फैसले के अनुसार, फिलहाल नवविवाहिता और उसके बच्चे को मायके भेज दिया गया है। अब इस विवाद का एकमात्र समाधान DNA टेस्ट माना जा रहा है, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि बच्चा वास्तव में युवक का है या नहीं।
समाज में उठ रहे सवाल
इस घटना ने समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या युवक वास्तव में अनजान था, या उसने शादी के बाद अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए यह बहाना बनाया? दूसरी ओर, क्या लड़की पक्ष ने शादी से पहले सच्चाई छिपाई? ऐसे मामलों में विवाह से पहले स्पष्टता और पारदर्शिता क्यों नहीं होती?
न्यायिक प्रक्रिया और आगे की राह
अब मामला सिर्फ सामाजिक स्तर पर नहीं, बल्कि कानूनी दायरे में भी आ सकता है। अगर लड़की पक्ष अदालत का रुख करता है, तो युवक के खिलाफ धोखाधड़ी और मानसिक उत्पीड़न का मामला दर्ज किया जा सकता है। वहीं, अगर DNA टेस्ट में यह साबित हो जाता है कि बच्चा उसी युवक का है, तो उसे अपनी पत्नी और बच्चे को स्वीकार करना होगा।
यह मामला समाज में रिश्तों की जटिलता को उजागर करता है। विवाह एक पवित्र बंधन है, लेकिन अगर इसमें पारदर्शिता नहीं हो, तो ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि DNA रिपोर्ट क्या कहती है और न्याय प्रक्रिया किस ओर जाती है। फिलहाल, यह घटना प्रयागराज के साथ-साथ पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है।
देखिए दूल्हे की बहन का वीडियो :

Author: Suryodaya Samachar
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