Mahakumbh 2025 :- माघी पूर्णिमा स्नान पर्व 12 फरवरी को होने जा रहा है, और इसे सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उच्चाधिकारियों ने गुरुवार को महत्वपूर्ण बैठक कर रणनीति तैयार की।
प्रमुख सुरक्षा प्रबंध:
- अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती: संगम और गंगा के प्रमुख स्नान घाटों पर अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात किया जाएगा, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
- पुलिस एवं पीएसी की तैनाती: मुख्य मार्गों और प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल के साथ-साथ प्रांतीय सशस्त्र बल (PAC) के जवानों की तैनाती की जाएगी।
- ड्रोन और सीसीटीवी निगरानी: भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।
- यातायात प्रबंधन: शहर में ट्रैफिक सुचारू रूप से चले, इसके लिए रूट डायवर्जन की योजना बनाई गई है।
- प्रशासनिक अलर्ट: मेडिकल टीम, जल पुलिस और आपदा प्रबंधन दलों को भी मुस्तैद रहने के निर्देश दिए गए हैं।
महाकुंभ मेला क्षेत्र स्थित प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (आइट्रिपलसी) में आगामी स्नान पर्व माघी पूर्णिमा एवं श्रद्धालुओं के सकुशल स्नान के दृष्टिगत, यातायात व्यवस्था, पार्किंग स्थल को लेकर बैठक हुई। इस दौरान पांटून पुलों को केवल पैदल प्रयोग के लिए कहा गया।
घाटों पर पुवाल बिछाने के लिए दिए गए निर्देश
मीडिया व अन्य संस्थाओं के वाहनों को पास के माध्यम से मेला क्षेत्र में आने-जाने के निर्देश दिए गए। शहर के रूट डायवर्जन, शटल बस संचालन एवं संगम तट पर अतिरिक्त पीएसी बल, सीएपीएफ की तैनाती को कहा गया। बैरिकेडिंग को दुरुस्त करने के साथ ही घाटों पर पुआल बिछाने के निर्देश दिए गए।
माघी पूर्णिमा का धार्मिक महत्व:
माघी पूर्णिमा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है। इस दिन संगम स्नान से पुण्य प्राप्ति, मोक्ष और मनोकामनाओं की पूर्ति का विश्वास किया जाता है। यह कुंभ पर्व के प्रमुख स्नान दिनों में से एक होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु संगम तट पर डुबकी लगाते हैं।
शुक्रवार से प्रयागराज जंक्शन पर फिर से वनवे व्यवस्था लागू
वहीं प्रयागराज जंक्शन पर यात्रियों का क्रास मूवमेंट न हो इसके लिए रेलवे प्रशासन शुक्रवार से पुनः वनवे सिस्टम लागू कर रहा है। शुक्रवार सुबह आठ बजे से यह व्यवस्था लागू हो जाएगी। प्रयागराज स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ अचानक बढ़ गई। इस दौरान रेलवे ने आपात प्लान भी लागू कर दिया है।
प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और प्रशासन के निर्देशों का सहयोग करें ताकि स्नान पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
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Author: Suryodaya Samachar
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