Khan Sir News :- खान सर ने मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शामिल होने के सवाल पर अपनी चुप्पी तोड़ी। राजनीति में आने की संभावनाओं को लेकर मीडिया में चल रही खबरों पर उन्होंने कहा कि पढ़ाने के बाद उन्हें आराम करने का भी वक्त नहीं मिलता। ऐसे में, वे राजनीति में शामिल होने को लेकर सवालों का जवाब देते-देते थक गए हैं। खान सर ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी इसी तरह के सवालों से उन्हें परेशान किया गया था।
नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया पर राय
खान सर ने बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को लेकर अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि नॉर्मलाइजेशन तब लागू किया जाता है जब परीक्षा एक ही दिन में कराना संभव न हो या परीक्षार्थियों की संख्या काफी अधिक हो। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि यदि बिहार, भागलपुर, बक्सर और शिवगंज जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में परीक्षा के अलग-अलग प्रश्नपत्र दिए जाते हैं, तो हर क्षेत्र के छात्रों को समान अंक नहीं मिल सकते। खान सर ने कहा, “अगर मुझे ये तीनों प्रश्नपत्र दिए जाएं और मैं उन्हें हल करूं, तो अलग-अलग अंकों का परिणाम आएगा। यह फॉर्मूला गणित के लिए लागू किया जा सकता है, लेकिन सामान्य अध्ययन के लिए नहीं। छात्रों के साथ ऐसा भेदभाव नहीं होना चाहिए।”
यह भी पढ़ें : बुध गोचर 2025: अगले साल धनु राशि में करेंगे प्रवेश, इन राशियों पर पड़ेगा शुभ प्रभाव
पुलिस के व्यवहार पर प्रतिक्रिया
बीपीएससी परीक्षा के विरोध प्रदर्शन के दौरान बिहार पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के मुद्दे पर खान सर ने कहा कि उनके साथ पुलिस ने कोई दुर्व्यवहार नहीं किया। उन्होंने बताया कि वह पिछले डेढ़ महीने से बीमार थे और सोच रहे थे कि परीक्षा समाप्त होने के बाद अपना इलाज कराएंगे। उन्होंने कहा, “परीक्षा से पहले छात्र नॉर्मलाइजेशन को लेकर विरोध कर रहे थे, जिस पर लाठीचार्ज किया गया। मैंने सोचा कि अगर मैं छात्रों का साथ नहीं दूंगा, तो उनकी मांग पूरी नहीं होगी। इस वजह से मैंने वहीं रुकने का फैसला किया, जिससे मेरी तबीयत और बिगड़ गई।”
चुनाव लड़ने पर क्या कहा?
सोमवार को जब उनसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उतरने को लेकर सवाल किया गया, तो खान सर ने स्थिति साफ कर दी। उन्होंने कहा कि उनका शेड्यूल काफी व्यस्त रहता है, और छात्रों को पढ़ाने से फुर्सत नहीं मिलती। खान सर ने स्पष्ट किया, “मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता। पढ़ाने के बाद आराम करने का भी समय नहीं मिलता। इन सवालों का जवाब देते-देते मैं थक गया हूं।”
खान सर ने आगे कहा, “2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी लोग मुझसे बार-बार यही सवाल पूछकर परेशान करते रहे। लेकिन मैं साफ कह देना चाहता हूं कि मुझे राजनीति में नहीं आना है। मेरे पास पढ़ाने से फुर्सत नहीं है।”
Author: Suryodaya Samachar
खबर से पहले आप तक