Israeli strike on Gaza :- उत्तरी गाजा में संघर्ष नाटकीय रूप से बढ़ गया है, जिससे गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है। इजराइली सेना के भीषण हमले में जबालिया शरणार्थी शिविर में, महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई है, जिसका मकसद हमास की क्षमताओं को खत्म करना है। इस हमले के बाद हजारों फिलिस्तीनी नागरिक गोलीबारी में फंस गए हैं, जो अपने आसपास की हिंसा का शिकार बन रहे हैं। डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (MSF) जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने अराजकता के बीच फंसे नागरिक आबादी पर इस हमले के भयानक प्रभाव पर चिंता जताई है।
जबालिया शरणार्थी शिविर पर हमला
इजराइली हमलों के बाद, जबालिया में स्थिति भयानक स्तर पर गंभीर हो गई है। इजराइली लड़ाकू विमानों ने ताजा हमले में एक बहुमंजिला अपार्टमेंट ब्लॉक पर बमबारी ने न सिर्फ 22 लोगों की जान ले ली है, बल्कि कम से कम 30 लोगों को घायल भी किया है, और आशंका है कि मलबे के नीचे अभी भी कई लोग फंसे हो सकते हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के बाद स्थिति भयावह है, और अस्पतालों में भर्ती घायलों की हालत काफी गंभीर है। ज्यादातर घायलों को कमाल अदवान अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, लेकिन संसाधनों की कमी से पहले ही गाजा पट्टी के अस्पतल जूझ रहे हैं। इजराइल की तरफ से इस अस्पताल को भी खाली करने का आदेश दिया गया है, हालांकि अभी भी डॉक्टर आपातकालीन विभाग में गंभीर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। लेकिन, आशंका है कि कभी भी इजराइली सैनिक अस्पताल में दाखिल हो सकते हैं।
गाजा में इजराइली हमलों से स्थिति भयावह
इजराइली हमले जबालिया से आगे तक भी की गई है। गाजा शहर में एक और हवाई हमले में तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं, इजराइली सेना उत्तरी गाजा के निवासियों को “मानवीय क्षेत्रों” में जाने का आदेश दिया है, जिसका कई फिलिस्तीनियों ने विरोध किया है, जिन्हें डर है कि गाजा पट्टी का कोई भी हिस्सा उनके लिए सुरक्षित नहीं रह गया है। , गाजा में अभी भी हमास ने हमले बंद नहीं किए हैं और हमास की सशस्त्र शाखा, कस्साम ब्रिगेड ने जबालिया में विस्फोटक उपकरण से इजराइली सैनिकों को निशाना बनाने की जिम्मेदारी ली है, जिसमें इज़रायली सैनिकों के हताहत होने की रिपोर्ट है। हालांकि, इस दावे के बारे में फिलहाल पूरी जानकारी अभी भी कम ही है।
दूसरी तरफ, विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने हजारों फिलिस्तीनी परिवारों के लिए खाद्य सुरक्षा पर पड़ने वाले भयावह प्रभावों के बारे में भी चिंता जताई है। 1 अक्टूबर से उत्तरी गाजा में खाद्य सहायता आपूर्ति बंद होने और उसके बाद फुड सप्लाई बंद से स्थिति भयानक हो चुकी है और लोग खाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
हथियार डालने के लिए तैयार नहीं हमास
एमएसएफ समेत इंटरनेशनल कम्युनिटी ने उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा में निवासियों को जबरन भेजने की इजराइली नीति की आलोचना की है, जिसमें आवाजाही पर प्रतिबंधों और आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में बढ़ती कठिनाइयों पर प्रकाश डाला गया है।
हमास ने इजराइल की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे नरसंहार बताया है, साथ ही आरोप लगाया है, कि यह फिलिस्तीनी लोगों को उनके लचीलेपन के लिए दंडित करने का प्रयास है, इस रुख को संयुक्त राज्य अमेरिका से समर्थन के दावों द्वारा समर्थित किया गया है। हमास के मुताबिक, इजराइल की रणनीति हमास के खिलाफ सैन्य अभियानों की आड़ में नागरिकों को निशाना बनाती है।
7 अक्टूबर, 2023 को हमास के नेतृत्व में हुए हमले के बाद इजराइली युद्ध गाजा में तबाही मचा रहा है, जिससे मानव जीवन और बुनियादी ढांचे पर असर बढ़ रहा है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इजराइली हमलों की वजह से 42,175 मौतें और 98,336 घायल हुए हैं, जो इस संघर्ष के कारण फिलिस्तीनी लोगों पर पड़ने वाले गंभीर मानवीय नुकसान को दिखाता है। गाजा में चल रहा हमला एक गहराते संकट का उदाहरण है जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है, और भयानक स्तर पर विनाश हो रहा है, जिससे मानवीय तबाही बढ़ गई है, लेकिन अभी तक युद्धविराम के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं।
Author: Suryodaya Samachar
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