Ganesh Mantra :- बुधवार का दिन बुद्ध ग्रह और भगवान गणपति को समर्पित होता है। यह दिन व्यापार, शिक्षा, संचार और सौभाग्य को मजबूत करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। यदि आपका भाग्य साथ नहीं दे रहा है या जीवन में सफलता नहीं मिल रही है, तो इस दिन विशेष मंत्रों का जाप करने से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
1. गणपति मंत्र
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। उनका यह मंत्र बुद्धि, ज्ञान और सौभाग्य को बढ़ाने में सहायक होता है—
ॐ गं गणपतये नमः
इस मंत्र का 108 बार जप करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
2. बुध ग्रह बीज मंत्र
यदि बुध ग्रह अशुभ फल दे रहा हो या शिक्षा, व्यापार और वाणी में दिक्कतें आ रही हों, तो यह मंत्र लाभकारी है—
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः
इस मंत्र का सुबह हरे रंग के आसन पर बैठकर 108 बार जप करने से बुध ग्रह मजबूत होता है।
राशि अनुसार मंत्र जप
- मेष राशि के जातक मनचाहा वरदान पाने के लिए ‘ॐ गणेश्वराय नमः’ मंत्र का जप करें।
- वृषभ राशि के जातक सुखों में वृद्धि पाने के लिए ‘ॐ गणेशाय नमः’ मंत्र का जप करें।
- मिथुन राशि के जातक करियर में सफल होने के लिए ‘ॐ गणपतये नमः’ मंत्र का जप करें।
- कर्क राशि के जातक तनाव से निजात पाने के लिए ‘ॐ गणराजे नमः’ मंत्र का जप करें।
- सिंह राशि के जातक कारोबार में सफलता के लिए ‘ॐ गणप्रदाय नमः’ मंत्र का जप करें।
- कन्या राशि के जातक आय में वृद्धि के लिए ‘ॐ गणेष्ठदाय नमः’ मंत्र का जप करें।
- तुला राशि के जातक दुख दूर करने के लिए ‘ॐ गुणिने नमः’ मंत्र का जप करें।
- वृश्चिक राशि के जातक मनचाहा वर पाने के लिए ‘ॐ गुणशालिने नमः’ मंत्र का जप करें।
- धनु राशि के जातक सुख और सौभाग्य में वृद्धि के लिए ‘ॐ गणमान्याय नमः’ मंत्र का जप करें।
- मकर राशि के जातक आर्थिक तंगी दूर के लिए ‘ॐ गणभूतये नमः’ मंत्र का जप करें।
- कुंभ राशि के जातक संकट दूर करने के लिए ‘ॐ गणश्रेष्ठाय नमः’ मंत्र का जप करें।
- मीन राशि के जातक कारोबार में उन्नति के लिए ‘ॐ गणमूर्तये नमः’ मंत्र का जप करें।
गणेश मंत्र
1. गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत् ॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित् ।
2. वक्रतुण्ड महाकाय कोटिसूर्य समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
3. ‘गणपूज्यो वक्रतुण्ड एकदंष्ट्री त्रियम्बक:।
नीलग्रीवो लम्बोदरो विकटो विघ्रराजक :।।
धूम्रवर्णों भालचन्द्रो दशमस्तु विनायक:।
गणपर्तिहस्तिमुखो द्वादशारे यजेद्गणम।।
4. ऊँ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ ।
निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा ॥
5. ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
3. विष्णु मंत्र
भगवान विष्णु की कृपा से भाग्य का उदय होता है और सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। बुधवार को इस मंत्र का जप करने से विशेष लाभ मिलता है—
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
इस मंत्र का 108 बार जप करने से घर में शांति और समृद्धि आती है।
4. सरस्वती मंत्र
बुधवार शिक्षा और बुद्धि से संबंधित होता है, इसलिए विद्यार्थियों और विद्वानों को माता सरस्वती का यह मंत्र अवश्य जपना चाहिए—
ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः
इस मंत्र का 21 या 108 बार जप करने से स्मरण शक्ति तेज होती है और शिक्षा में उन्नति मिलती है।
बुधवार के दिन पूजा के नियम
- सुबह स्नान के बाद हरे वस्त्र पहनें, यह बुध ग्रह को प्रसन्न करता है।
- गणपति और विष्णु जी की पूजा करें और उन्हें दूर्वा (घास) और मोदक अर्पित करें।
- हरे रंग के फल और मिठाई का दान करें।
- बुधवार को झूठ न बोलें और किसी को अपशब्द न कहें, इससे बुध ग्रह कमजोर होता है।
- गौमाता को हरा चारा खिलाएं, इससे बुध ग्रह बलवान होता है और भाग्य का उदय होता है।
अगर आप इन मंत्रों का श्रद्धा से जाप करते हैं और सही नियमों का पालन करते हैं, तो निश्चित ही आपका सोया हुआ भाग्य जाग जाएगा और जीवन में खुशियां एवं सफलता मिलेगी।
हरि ॐ! गणपति बप्पा मोरया!

Author: Suryodaya Samachar
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