Agra News: शादी के बाद सुहागरात का हर नवविवाहित जोड़े के लिए खास महत्व होता है, लेकिन एक अनोखे मामले में सुहागरात का अनुभव दूल्हे के लिए अप्रत्याशित और चौंकाने वाला साबित हुआ। दूल्हे की चीख ने परिवार और समाज को हैरान कर दिया, और मामला इतना गंभीर हो गया कि वह कोर्ट तक जा पहुंचा।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक अपनी नई-नवेली दुल्हन के रंग को देखकर नाराज हो गया और कोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया। यह पूरा मामला सिकंदरा थाना क्षेत्र का है।
सुहागरात पर खुला दुल्हन का राज:
एक अनोखे और चौंकाने वाले मामले में एक युवक ने अपनी सुहागरात पर दुल्हन के असली रंग को देखकर खुद को ठगा हुआ महसूस किया। युवक ने शादी से पहले दुल्हन के गोरे रंग को देखकर शादी के लिए हाँ कर दी थी, लेकिन शादी के बाद जब उसने दुल्हन का घूंघट उठाया, तो उसे पता चला कि दुल्हन का असली रंग गोरा नहीं, बल्कि सांवला है। इस घटना ने युवक को इतना आहत कर दिया कि उसने पत्नी को अपने साथ रखने से मना कर दिया और परिवार परामर्श केंद्र की मदद मांगी।
युवक का आरोप
युवक का आरोप है कि शादी से पहले लड़की का मेकअप कर उसे गोरा दिखाया गया था, जबकि उसका असली रंग सांवला है। उसने दावा किया कि उसे जानबूझकर गुमराह किया गया और यह शादी एक धोखा साबित हुई। युवक का कहना है कि वह खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है और इस धोखाधड़ी के कारण वह मानसिक रूप से परेशान है।
Agra News: परिवार परामर्श केंद्र में मामला
युवक ने अब इस मामले को लेकर परिवार परामर्श केंद्र में शिकायत दर्ज करवाई है। वह चाहता है कि इस धोखे को लेकर उसे न्याय मिले और वह इस विवाह को समाप्त करना चाहता है। दूसरी ओर, परिवार परामर्श केंद्र में दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की कोशिश की जा रही है ताकि विवाह को बचाया जा सके। दोनों परिवारों के बीच बातचीत की जा रही है, लेकिन युवक अपनी पत्नी के रंग को लेकर विवाह को आगे बढ़ाने के लिए तैयार नहीं है।
सामाजिक मुद्दा
यह मामला समाज में रूप, रंग और विवाह की धारणाओं को लेकर गहरी समस्याओं को उजागर करता है। शादी में बाहरी रूप-रंग को अधिक महत्व देने की प्रवृत्ति और इसे लेकर होने वाले विवादों ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या विवाह केवल बाहरी सुंदरता पर आधारित होना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंच गया है, जहाँ दोनों पक्षों की काउंसलिंग की गई है। काउंसलर ने बताया कि पति का कहना है कि शादी से पहले उसे दुल्हन के असली रंग के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी और अगर उसे यह पहले पता होता, तो वह शादी के लिए तैयार नहीं होता।
काउंसलिंग के बाद भी विवाद जारी
काउंसलर ने बताया कि दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की गई है, लेकिन युवक अपनी पत्नी को उसके रंग को लेकर अपनाने के लिए तैयार नहीं है। युवक का कहना है कि उसे धोखे में रखा गया था और वह इस शादी से खुश नहीं है। मामला अभी सुलझ नहीं पाया है, और सुनवाई के लिए अगली तारीख दी गई है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच बातचीत का प्रयास जारी रहेगा।
इस घटना से यह संदेश मिलता है कि वैवाहिक जीवन में पारदर्शिता और आपसी समझ का होना कितना महत्वपूर्ण है, और समाज को इन मुद्दों पर गहराई से विचार करने की आवश्यकता है।

Author: Suryodaya Samachar
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