Modi US visit :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की यात्रा समाप्त करने के बाद सीधे अमेरिका पहुंचे। अमेरिकी धरती पर कदम रखते ही उन्होंने वहां की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। पीएम मोदी और तुलसी गबार्ड ने बेहद गर्मजोशी के साथ एक-दूसरे का अभिवादन किया।
अमेरिका पहुंचते ही पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया। बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थन में जुटे और “भारत माता की जय” और “मोदी-मोदी” के नारे गूंजने लगे। उल्लेखनीय है कि इस मुलाकात से कुछ ही समय पहले तुलसी गबार्ड ने राष्ट्रीय खुफिया निदेशक पद की शपथ ग्रहण की थी। वे अमेरिकी राजनीति में एक प्रभावशाली हिंदू नेता मानी जाती हैं और भारत समर्थक नीतियों के लिए जानी जाती हैं।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर साझा की जानकारी
पीएम मोदी ने इस बैठक के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा,
“वाशिंगटन में अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात हुई। उन्हें उनकी नई नियुक्ति पर शुभकामनाएं दीं। भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर सार्थक चर्चा हुई। वे हमेशा से इस दोस्ती की सशक्त समर्थक रही हैं।”
Met USA’s Director of National Intelligence, @TulsiGabbard in Washington DC. Congratulated her on her confirmation. Discussed various aspects of the India-USA friendship, of which she’s always been a strong votary. pic.twitter.com/w2bhsh8CKF
— Narendra Modi (@narendramodi) February 13, 2025
अमेरिका पहुंचने के बाद पीएम मोदी ब्लेयर हाउस के लिए रवाना हुए, जहां प्रवासी भारतीयों ने उनका भव्य स्वागत किया। लोगों ने नारेबाजी कर और तिरंगे झंडे लहराकर उनका अभिनंदन किया। पीएम मोदी ने इस शानदार स्वागत के लिए आभार प्रकट किया।
‘अभूतपूर्व और प्रभावशाली यात्रा, कई अच्छी खबरें आएंगी’
पीएम मोदी के इस दौरे को लेकर प्रवासी भारतीय समुदाय में काफी उत्साह है। भारतीय मूल की अमेरिकी व्यवसायी आशा जडेजा, जो कि डोनाल्ड ट्रंप की समर्थक भी हैं, ने इस यात्रा को लेकर कहा,
“यह दौरा मोदी जी के अब तक के अमेरिकी दौरों में सबसे खास, सबसे अभूतपूर्व और सबसे प्रभावशाली होने वाला है। इस यात्रा से कई सकारात्मक खबरें आएंगी, खासकर भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक साझेदारी को बढ़ावा मिलने की पूरी संभावना है।”
तुलसी गबार्ड कौन हैं?
अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली मुलाकात राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से हुई। बातचीत के दौरान तुलसी गबार्ड ने भारत-अमेरिका के मजबूत रिश्तों को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। पीएम मोदी ने उन्हें डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक नियुक्त किए जाने पर बधाई दी।
तुलसी गबार्ड खुद को हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ मानती हैं, हालांकि वे भारतीय मूल की नहीं हैं। उनकी मां ने हिंदू धर्म अपनाया था, जबकि उनके पिता का संबंध समोआ से है। उनका नाम भी हिंदू परंपरा से प्रेरित होकर रखा गया था। तुलसी गबार्ड ने 21 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा और डेमोक्रेटिक पार्टी से चार बार अमेरिकी संसद (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) की सदस्य रह चुकी हैं।
वे अमेरिकी राजनीति में भारत समर्थक और हिंदू हितों की एक मजबूत आवाज मानी जाती हैं।
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Author: Suryodaya Samachar
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