Varanasi news :- [रिपोर्टर अजय कुमार गुप्ता] वाराणसी के रोहनिया थाने में रविवार को बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अव्यवहारिक और अभद्र टिप्पणी करने वाले एक व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके लिए बीजेपी के दर्जनों कार्यकर्ता थाने पहुँचे और पुलिस को मामले में संज्ञान लेने के लिए शिकायत पत्र सौंपा।
घटना का विवरण
कार्यकर्ताओं के अनुसार, भदवर काशीपुर निवासी आशुतोष पाल उर्फ गोलू ने अपनी फेसबुक आईडी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ अभद्र भाषा का उपयोग किया है। कार्यकर्ताओं ने बताया कि यह भाषा अत्यंत आपत्तिजनक है और प्रधानमंत्री जैसे सम्मानित व्यक्ति के प्रति अव्यवहारिक शब्दों का प्रयोग समाज के लिए निंदनीय है। इसके कारण स्थानीय कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है।
पुलिस से कार्यवाही की मांग
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की माँग करते हुए संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आग्रह किया। कार्यकर्ताओं का मानना है कि ऐसे मामलों में पुलिस को शीघ्र कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह के कृत्य दोहराए न जाएँ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री देश का सम्मान हैं और उन पर सोशल मीडिया पर कोई भी गलत शब्द इस्तेमाल करना अस्वीकार्य है।
पुलिस का आश्वासन
रोहनिया के एसीपी संजीव कुमार शर्मा ने कार्यकर्ताओं की शिकायत को गंभीरता से लिया और जांच कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसीपी ने कहा कि शिकायत की सत्यता की जांच की जाएगी और उचित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि मामले की जाँच में पूरी निष्पक्षता बरती जाएगी और दोषी के खिलाफ कानूनी कदम उठाए जाएंगे।
सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की सीमाएँ
यह मामला एक बार फिर से सोशल मीडिया पर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और उसकी सीमाओं पर सवाल खड़ा करता है। सोशल मीडिया पर विचार व्यक्त करने का अधिकार सभी को है, लेकिन यह भी आवश्यक है कि किसी पर अव्यवहारिक भाषा का उपयोग न किया जाए। खासतौर पर देश के उच्च पदों पर आसीन लोगों के प्रति मर्यादा का पालन करना चाहिए।
बीजेपी कार्यकर्ताओं की अपील
बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस तरह की घटनाएँ असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देती हैं और समाज में नफरत फैलाने का काम करती हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि सोशल मीडिया का सही और सकारात्मक उपयोग किया जाए तथा किसी भी प्रकार की अभद्र टिप्पणी करने से बचा जाए।
इस घटना ने समाज में एक बार फिर से यह संदेश दिया है कि किसी भी व्यक्ति के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करने से पहले उसके परिणामों को समझना आवश्यक है। पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। उम्मीद है कि यह घटना भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने में सहायक सिद्ध होगी और सोशल मीडिया पर भाषा की मर्यादा बनाए रखने के प्रति लोगों को जागरूक करेगी।
Author: Suryodaya Samachar
खबर से पहले आप तक