माधव मित्र मंडल द्वारा धूम धाम से मनाई गई श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव: विकास खंड मझवा क्षेत्र में श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव को सैकड़ो मंदिरो और निजी भवनों आदि पर बड़े ही धूम धाम से मनाया गया।
नगर पंचायत कछवा स्थित तिवारी लॉन में श्री आनंद धाम बृंदावन से पधारे संत श्री रितेश्वर जी महराज द्वारा श्री कृष्ण की जीवन गाथा पर भक्तो को रसपान कराया साथ ही कछवा थाना परिसर में भी धूम धाम से जन्माष्टमी उत्सव का आयोजन किया गया।
12 घंटे का हरे राम हरे कृष्ण का संकीर्तन किया गया
उसी कड़ी में प्राचीन राधा कृष्ण मंदिर जमुआ बाजार में भी बारह घंटे तक हरे रामा हरे कृष्णा का संकीर्तन किया गया और भक्तो द्वारा कृष्ण जन्मोत्सव के पश्चात छप्पन भोग का महाप्रसाद भी चढ़ाया गया।
साथ ही ग्राम सभा हीरापुर में माधव मित्र मंडल द्वारा कृष्ण जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें वैदिक ऋषभ शास्त्री जी महाराज की उपस्थिति में हीरापुर के युवाओं ने सनातन धर्म की परंपराओं के अनुसार जन्माष्टमी उत्सव को मनाया। इस कार्यक्रम में पूरे ग्राम के निवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में गोलू दुबे
शैलू मिश्रा ,रितेश दुबे , एवं ग्राम पंचायत के अन्य सभी माधव मित्र मंडल के सदस्य गणों की अहम भूमिका रही।
विकास खंड मझवा क्षेत्र में श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव को सैकड़ो मंदिरो और निजी भवनों आदि पर बड़े ही धूम धाम से मनाया गया।
नगर पंचायत कछवा स्थित तिवारी लॉन में श्री आनंद धाम बृंदावन से पधारे संत श्री रितेश्वर जी महराज द्वारा श्री कृष्ण की जीवन गाथा पर भक्तो को रसपान कराया साथ ही कछवा थाना परिसर में भी धूम धाम से जन्माष्टमी उत्सव का आयोजन किया गया।
उसी कड़ी में प्राचीन राधा कृष्ण मंदिर जमुआ बाजार में भी बारह घंटे तक हरे रामा हरे कृष्णा का संकीर्तन किया गया और भक्तो द्वारा कृष्ण जन्मोत्सव के पश्चात छप्पन भोग का महाप्रसाद भी चढ़ाया गया।
साथ ही ग्राम सभा हीरापुर में माधव मित्र मंडल द्वारा कृष्ण जन्मोत्सव का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें वैदिक ऋषभ शास्त्री जी महाराज की उपस्थिति में हीरापुर के युवाओं ने सनातन धर्म की परंपराओं के अनुसार जन्माष्टमी उत्सव को मनाया। इस कार्यक्रम में पूरे ग्राम के निवासियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में गोलू दुबे
शैलू मिश्रा ,रितेश दुबे , एवं ग्राम पंचायत के अन्य सभी माधव मित्र मंडल के सदस्य गणों की अहम भूमिका रही।