Varanasi news:- [रिपोर्टर अजय कुमार गुप्ता] प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी अंतर्गत सेवापुरी विकास खंड के ग्राम पंचायत ठठरा थाना मिर्जामुराद निवासिनी पीड़िता ने जेठ द्वारा रजिस्टर्ड वसीहत चल व अचल संपत्ति के भूमि पर बने मकान को पटीदारों द्वारा जबरन पुलिस को मिलाकर तोड़े जाने का गम्भीर आरोप एसडीएम राजातालाब व एसीपी को पत्र लगाया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के ठठरा गांव निवासिनी प्रमिला देवी पत्नी राजकुमार को उनके चचेरे जेठ स्वर्गीय झूलई द्वारा रजिस्टर्ड वसीहत चल अचल सम्पति का बीते 26 अप्रैल 2019 कर दिया गया है। उसी अंश के भूमि में बने मकान में पीड़िता व उसके पति सहित दो पुत्र व एक पुत्री उसी में रहते थे लेकिन पटीदार राजन,जीतलाल, लालधारी द्वारा हल्का दरोगा को मिलाकर उपरोक्त आरजियात पर बने मकान को बीते मंगलवार को गिरा दिया गया।सुनवाई ना होने पर पीड़िता द्वारा एसडीएम राजातालाब साईं आश्रित साकमुरी व एसीपी राजातालाब अजय कुमार श्रीवास्तव को पत्र देकर विपक्षियो के खिलाफ कार्यवाही की माँग किया तो उसी दरमियान मंगलवार को पीड़िता के ससुर लालमन से मिर्जामुराद पुलिस एक सुलह नामा आबादी को दिखाकर कराने का आरोप लगाया गया है। पीड़िता ने डीएम,सीपी,एसडीएम व एसीपी से माँग किया है कि रजिस्टर्ड वसीहत को ध्यान में रखते हुए न्याय संगत कार्यवाही व घर तोड़ने वालों के खिलाफ भी विभागीय कार्यवाही किया जाये। वहीं इस बाबत एसीपी राजातालाब अजय कुमार श्रीवास्तव का कहना रहा कि बृहस्पतिवार को उपरोक्त मामले को देख लिया जायेगा जो भी होगा न्याय संगत कार्यवाही की जायेगी।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक गंभीर संपत्ति विवाद सामने आया है। मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के ठठरा गांव में प्रमिला देवी ने अपने पटीदारों पर चल-अचल संपत्ति को लेकर जबरन मकान तोड़ने का आरोप लगाया है।
क्या है मामला?
पीड़िता प्रमिला देवी ने बताया कि उनके जेठ, स्वर्गीय झूलई ने 26 अप्रैल 2019 को एक रजिस्टर्ड वसीहत के माध्यम से अपनी चल और अचल संपत्ति उन्हें दे दी थी। उसी जमीन पर बने मकान में प्रमिला देवी अपने पति राजकुमार और तीन बच्चों के साथ रहती थीं। लेकिन बीते मंगलवार को उनके पटीदारों – राजन, जीतलाल और लालधारी ने हल्का दरोगा की मदद से जबरन मकान तोड़ दिया।
न्याय की गुहार
पीड़िता का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में एसडीएम राजातालाब और एसीपी राजातालाब को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है। प्रमिला देवी ने आरोप लगाया कि मिर्जामुराद पुलिस ने उनके ससुर लालमन से जबरन सुलहनामा करवा लिया। उन्होंने डीएम, सीपी, एसडीएम और एसीपी से अपील की है कि रजिस्टर्ड वसीहत को ध्यान में रखते हुए मकान तोड़ने वाले दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले में एसीपी राजातालाब अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार को इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और जो भी उचित होगा, न्याय संगत कार्यवाही की जाएगी।
सवाल खड़े करती घटना
यह मामला ग्रामीण इलाकों में संपत्ति विवादों और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर सवाल खड़े करता है। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने पटीदारों का साथ दिया, जिससे यह विवाद और गंभीर हो गया।
क्या हो सकती है कार्रवाई?
रजिस्टर्ड वसीहत के आधार पर पीड़िता के अधिकार की पुष्टि की जा सकती है।मकान तोड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
यह मामला न्याय व्यवस्था और प्रशासन की पारदर्शिता के लिए एक परीक्षा है। अगर सही तरीके से जांच और कार्यवाही की जाती है, तो यह ग्रामीण क्षेत्रों में न्याय के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ाने में मददगार होगा।
Author: Suryodaya Samachar
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