Uttar Pradesh News :- उत्तर प्रदेश के कासगंज में मिट्टी की खुदाई के दौरान टीला गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें दबने से 4 महिलाओं की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि करीब एक दर्जन महिलाएं अपने घर के लिए मिट्टी लेने आई थीं। जब उन्होंने टीले से मिट्टी निकालनी शुरू की, तो टीले का एक बड़ा हिस्सा अचानक ढह गया।
मिट्टी गिरने से कई महिलाएं उसकी चपेट में आ गईं, जिसमें 4 महिलाओं की जान चली गई, जबकि 5 महिलाएं घायल बताई जा रही हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया।
मिट्टी लेने आई थीं महिलाएं
जानकारी के अनुसार, कासगंज में NHAI का निर्माण कार्य चल रहा है, ऐसे में महिलाएं अपने घरों के लिए मिट्टी लेने आई थीं। इस दौरान जब खुदाई की गई, तो टीले का एक बड़ा हिस्सा अचानक धंस गया, जिससे कई महिलाएं दब गईं।
हादसे की सूचना मिलने के बाद तुरंत पुलिस और प्रशासन की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, जिसने मिट्टी में फंसी सभी महिलाओं को बाहर निकाला। इस घटना में 4 महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 5 महिलाएं घायल बताई जा रही हैं।
NHAI का निर्माण कार्य
कासगंज की जिलाधिकारी मेधा रूपम ने जानकारी दी कि बचाव अभियान के तहत नौ महिलाओं को बाहर निकाला गया, जिनमें से चार को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि हमने जेसीबी और एक्सकेवेटर की मदद से पूरे इलाके की जांच की है, और वहां किसी और के फंसे होने की संभावना कम है। NHAI का कार्य क्षेत्र में चल रहा था। जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि महिलाएं अपने घर की जरूरत के लिए मिट्टी लेने आई थीं। हम उनसे इस बारे में पूछताछ करेंगे।
सीएम योगी का शोक संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया है और दुख प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाए और उनका समुचित उपचार कराया जाए।
घायलों का इलाज जारी
मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने जेसीबी और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल कर मिट्टी में फंसी महिलाओं को बाहर निकाला। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। जिला प्रशासन ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करते हुए राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया था। घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई थी और स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में मदद करने लगे थे।
प्रशासन की कार्रवाई
जिलाधिकारी मेधा रूपम ने कहा कि मामले की गहन जांच की जाएगी और अगर किसी भी तरह की लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि NHAI का निर्माण कार्य क्षेत्र में चल रहा था, और उचित सुरक्षा इंतजामों की कमी की वजह से यह हादसा हुआ है। प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
घटना के बाद क्षेत्र के लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है। उनका कहना है कि मिट्टी खुदाई के दौरान सुरक्षा उपायों की घोर अनदेखी की गई, जिससे यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ। स्थानीय निवासियों ने अधिकारियों से इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की है।
मुआवजे की घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा देने की घोषणा की है। सीएम कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी और हरसंभव मदद की जाएगी।
जांच की मांग
इस हादसे के बाद स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने स्वतंत्र जांच की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं अक्सर निर्माण स्थलों पर देखी जाती हैं, जहां सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया जाता। उन्होंने मांग की है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा मानकों को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए।
अगले कदम
प्रशासन ने इस घटना के मद्देनजर निर्माण स्थलों पर सुरक्षा नियमों की जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सभी एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना ने एक बार फिर निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों की अनदेखी और उसके परिणामस्वरूप होने वाले हादसों की गंभीरता को उजागर कर दिया है। सरकार और संबंधित विभागों को इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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Author: Suryodaya Samachar
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