Unnao News : जल निगम के अधिशाषी अभियंता ने दो फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिन पर लापरवाही और सुरक्षा मानकों को अनदेखा करने का आरोप है। शुक्लागंज में अमृत योजना के तहत जल निगम की निगरानी में भूमिगत पाइपलाइन डालने का काम चल रहा है। इस दौरान फर्मों ने सड़कें खुदकर छोड़ दीं, जिससे स्थानीय और आवागमन में लोगों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा हैजिससे विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है।
Unnao News: घटिया सामग्री का हो रहा था प्रयोग
जल निगम के एक्सईएन (कार्यकारी अभियंता) ने दो फर्मों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। यह कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि इन फर्मों द्वारा निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी की जा रही थी। जल निगम के अधिकारियों के अनुसार, ठेकेदारों को बार-बार चेतावनी देने के बावजूद कार्य में सुधार नहीं किया गया, जिसके कारण यह कठोर कदम उठाना पड़ा। एफआईआर में इन फर्मों पर घटिया सामग्री का उपयोग करने और तय मानकों के विपरीत काम करने के आरोप लगाए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है, और दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आर एंड वी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्रा. लि. और गिरिराजजी स्टोनक्रशर प्रा. लि. नामक दोनों फर्मों ने अनुबंध के तहत नगर के विभिन्न वार्डों में पाइपलाइन डालने का कार्य किया था। हालांकि, इन फर्मों द्वारा सड़कों को खोदकर ऐसे ही छोड़ दिया गया, जिससे रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं और आम जनता को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जल निगम के अधिशाषी अभियंता पंकज रंजन झा ने इस लापरवाही और अनुचित कार्यशैली के कारण गंगाघाट कोतवाली में इन फर्मों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। मामले की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अधिशाषी अभियंता पंकज रंजन झा ने आर एंड वी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्रा. लि. और गिरिराजजी स्टोनक्रशर प्रा. लि. के मालिक रतन सिंह राठौर और सुनील कुमार अग्रवाल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 285 (खतरनाक साधनों का उपयोग) और 356 (सार्वजनिक स्थलों पर अव्यवस्था फैलाने) के तहत मामला दर्ज कराया है। कोतवाली के इंस्पेक्टर अनुराग सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामला पंजीकृत कर लिया गया है और जांच की प्रक्रिया जारी है। जल्द ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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Author: Suryodaya Samachar
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