Sonbhadra news :- [रिपोर्टर रामेश्वर सोनी] सड़क दुर्घटनाएँ आज हमारे समाज का एक गंभीर मुद्दा बन चुकी हैं। हर दिन हजारों लोग सड़क पर अपनी जान गंवा देते हैं, और इनमें से अधिकांश दुर्घटनाएँ लापरवाही, तेज गति और नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं। इसी तरह की एक दुखद घटना उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में घटी, जहाँ 75 वर्षीय रिटायर्ड सर्वे लेखपाल, हीराराम, की एक भीषण सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
घटना का विवरण
हीराराम, जो कि ग्राम बेलकप, पोस्ट अदलगंज, विकासखंड राबर्ट्सगंज, सोनभद्र के निवासी थे, 12 मार्च 2025 को दोपहर 3:40 बजे एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। वे अपनी साइकिल से जा रहे थे जब एक तेज गति से आ रही 16-चक्का हाइवा ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। यह दुर्घटना बलुई बांध केवटा नहर की पुलिया के पास हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक ओवरलोड थी और काफी तेज गति में थी, जिससे चालक वाहन पर नियंत्रण नहीं रख सका और यह दर्दनाक हादसा हुआ।
दुर्घटना के बाद गुरमा पुलिस चौकी में मौजूद ट्रक
यह हाइवा ट्रक महुआंव कला की थी, जो दुर्घटना के बाद गुरमा पुलिस चौकी में मौजूद है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस ट्रक पर नंबर प्लेट नहीं थी, जिससे इसके मालिक और चालक की पहचान करना मुश्किल हो सकता है। यह सवाल खड़ा करता है कि आखिर इतनी बड़ी गाड़ियों को बिना नंबर प्लेट के कैसे सड़क पर चलने दिया जाता है? प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे वाहनों पर कड़ी नजर रखी जाए और उचित कार्रवाई की जाए।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
हीराराम की मौत से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। एक जिम्मेदार नागरिक और समाज के सम्मानित सदस्य के रूप में उन्होंने अपना जीवन जिया। वे कुम्हार/प्रजापति जाति से आते थे और रिटायर्ड सर्वे लेखपाल थे। उनका जाना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
सड़क सुरक्षा और जागरूकता की जरूरत
इस घटना ने फिर से सड़क सुरक्षा नियमों और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या हमारी सड़कें वास्तव में सुरक्षित हैं? क्या ओवरलोड और तेज गति से दौड़ती गाड़ियाँ हमारी व्यवस्था की नाकामी नहीं दर्शातीं? इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने की सख्त जरूरत है:
1. ओवरलोड वाहनों पर कड़ी कार्रवाई: ऐसे ट्रकों को तुरंत जब्त किया जाना चाहिए और उनके मालिकों पर भारी जुर्माना लगाना चाहिए।
2. नंबर प्लेट रहित गाड़ियों पर प्रतिबंध: बिना नंबर प्लेट की गाड़ियों को सड़क पर चलने ही नहीं दिया जाना चाहिए।
3. सख्त ट्रैफिक नियमों का पालन: यातायात नियमों को कड़ाई से लागू करना और दोषी चालकों पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है।
4. सीसीटीवी और निगरानी: दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए हाईवे और मुख्य सड़कों पर निगरानी कैमरे लगाकर ट्रैफिक की सख्त मॉनिटरिंग करनी चाहिए।
5. जनता की जागरूकता: सड़क पर चलते समय हर व्यक्ति को सतर्क रहने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की जरूरत है।
हीराराम की यह दुर्घटना केवल एक हादसा नहीं, बल्कि एक गंभीर चेतावनी है कि अगर हमने जल्द ही सड़क सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए, तो ऐसे हादसे बार-बार होते रहेंगे। यह समय है कि सरकार, प्रशासन और जनता मिलकर सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाएँ ताकि किसी और परिवार को इस तरह के दुख का सामना न करना पड़े।
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Author: Suryodaya Samachar
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