Shahrukh Khan :- हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता शाहरुख खान (ShahRukh Khan) ने कम समय में ही इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना ली। आज वह देश-दुनिया में अपनी उम्दा कलाकारी के लिए जाने जाते हैं। जल्द ही उनकी फिल्म मुफासा द लायन किंग रिलीज हो रही है। इस बीच अभिनेता ने खुद को आधा अनाथ बताया है।
“मैं आधा अनाथ हूं”
हिंदी सिनेमा के बादशाह शाहरुख खान ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। अपनी मेहनत और काबिलियत से बॉलीवुड में एक खास मुकाम हासिल करने वाले शाहरुख खान ने हाल ही में अपने माता-पिता को खोने के दर्द को साझा किया। उन्होंने खुद को “आउटसाइडर” और “आधा अनाथ” बताया।
शाहरुख का बचपन और संघर्ष
दिल्ली के एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले शाहरुख ने बहुत कम उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया था। उनका कहना है, “मैंने अपनी मां और पिता को तब खो दिया जब मुझे उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। उनकी अनुपस्थिति ने मेरी जिंदगी पर गहरा असर डाला। मैंने कई बार खुद को बेहद अकेला महसूस किया। लेकिन उनकी यादों और उनकी दी गई सीख ने मुझे हर मुश्किल वक्त से बाहर निकाला।”
आउटसाइडर होने का एहसास
शाहरुख ने कहा कि बॉलीवुड में कदम रखने के दौरान वह एक “आउटसाइडर” थे। न तो उनके पास कोई फिल्मी बैकग्राउंड था, न ही कोई गॉडफादर। उन्होंने बताया, “मैंने अपने माता-पिता के बिना हर चुनौती का सामना किया। हर बार जब मुझे किसी की सलाह की जरूरत महसूस होती थी, तब मुझे उनकी कमी खलती थी।”
फैंस के साथ साझा किया दर्द
शाहरुख ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने माता-पिता को खोने का दर्द अपनी कला के माध्यम से व्यक्त किया है। उनका मानना है कि उन्होंने अपने किरदारों में अपने जीवन के अनुभवों को शामिल किया, जिससे दर्शक उनसे जुड़ सके।
आगामी फिल्म पर फोकस
शाहरुख खान की आने वाली फिल्म “मुफासा द लायन किंग” रिलीज के लिए तैयार है। इस फिल्म में उनके किरदार की गहराई और भावनाएं उनके व्यक्तिगत अनुभवों को दर्शाएंगी। फैंस को उनकी इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है।
शाहरुख का यह बयान उनके फैंस को भावुक कर सकता है, लेकिन यह भी साबित करता है कि कैसे उन्होंने अपने दुखों को अपनी ताकत में बदलकर सफलता हासिल की।

Author: Suryodaya Samachar
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