Savitribai Phule birthday celebrated in sonbhadra :- दिनांक 03/01/2025को प्रोटान के सानिध्य में अम्बेडकर पार्क मुसही चुर्क में माता सावित्री बाई फुले एवं उनकी साथ देने वाली फातिमा शेख़ का जन्मदिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया। और तकिया (सुकृत) में भी बड़े ही धूम धाम से मनाया गया। और मुझ नाचीज़ को भी बुलाया गया। साथियों आज से 194 वर्ष पूर्व माता सावित्री बाई फुले का जन्म अति पिछड़े (माली) परिवार में 3 जनवरी 1831 को महाराष्ट्र के सतना जिला के पुणे के पास हुआ था।
शादी मात्र 9 वर्ष में
उनकी शादी मात्र 9 वर्ष में 13 वर्ष के ज्योतिबा राव फुले के साथ हुआ। जब ज्योतिबा फुले खेत पर खाना लेकर जाती तो ज्योतिबा राव फुले उन्हे पढ़ाते लिखाते थे। धीरे धीरे पढ़ना लिखना सीख गई। 17साल की उम्र में अदम्य साहस दिखाते हुए वीरांगना सावित्री बाई फुले एवं फातिमा शेख़ एवं उनके पति ज्योतिबा बाई फुले के द्वारा लड़कियों का स्कूल पुणे में खोला। उस समय महिलाओं एवं शूद्रों को पढ़ने का अधिकार नहीं था। पढ़ना लिखना गुनाह समझा जाता था। महिलाओं को तो भोग की वस्तु समझा जाता था, उन्हे बच्चे पैदा करना और चौकी, चूल्हा तक ही सीमित रखा जाता था। उन्होनें दो गुनाह किया था। एक महिला होना और अति पिछड़ा (शूद्र) होना। आप समझ सकते हैं उस क्या कंडीशन रही होगी। कैसे उस समय विकृत समाज से मुकाबला किया होगा। स्कूल पढ़ाने जाती थी तो उनके ऊपर कीचड़, गोबर, कूड़े एवम् फब्तियां कसे जाते थे। वो दो साड़ी लेकर जाती थीं कूड़े, कचरे, गोबर फेंकी हुई साड़ी को उतारकर दूसरी साड़ी पहन कर शिक्षण कार्य करती थीं।
विदेश की पहली महिला शिक्षक थीं सावित्रीबाई
माता सावित्री बाई फुले देश की ही नहीं विदेश की पहली महिला शिक्षक थीं। इतना ही नहीं ससुराल से उनको निकाल दिया गया। अपने पति को लेकर अपनी सहेली फातिमा शेख़ के घर में रहने लगी और उन्ही के घर में स्कूल भी खोली। जिसमें 9 बालिकाओं को लेकर स्कूल चलाना शुरू किया उनका साथ माता फातिमा शेख़ ने दिया। बड़ी विडंबना आज भी है कि 99%महिलाएं सावित्री बाईं फुले एवं फातिमा शेख़ को नहीं जानती जिन्होने समाज के ताने, और जुल्म सही। ऐसी वीरांगनाओं को बारम्बार वंदन एवं अभिनन्दन।
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जिम्मेदार लोग रहे मौजूद
इस मौक़े पर राज्य सभा एवं पूर्व लोकसभा सभा सांसद रॉबर्ट्सगंज राम सकल जी, पूर्व मंत्री राकेश कुमार मौर्य जी, कौशर जहां सिद्दीकी जी, सरिता निगम जी, वंदना मेम जी मुस्ताक खान जी, अनुज कुमार सिंह जी, रमेश कुमार पटेल जी, रविन्द्र बहादुर सिंह जी, रामकिशुन यादव जी, श्याम सुंदर प्रजापति जी, अनिल कुमार सिंह जी, विनोद कुमार जी, राज कुमार मौर्य जी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे l
Author: Suryodaya Samachar
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