Paraolymlic 2024 : निशानेबाज अवनि लेखरा और मोना अग्रवाल ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में क्रमशः स्वर्ण और कांस्य पदक हासिल करके 2024 पेरिस पैरालिंपिक में भारत का खाता खोला। 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली अवनि ने फाइनल स्टैंडिंग में 249.7 अंकों के साथ पैरालिंपिक खेलों का रिकॉर्ड बनाते हुए अपने खिताब का सफलतापूर्वक बचाव किया।
भारत की पैरा-शूटर मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक जीता, वह 228.7 अंकों के साथ फाइनल में पहुंचीं।
कौन हैं अवनि लेखरा?
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अवनि, जो 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैरा-शूटर बनीं, अब 2024 पेरिस पैरालिंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला भी हैं। अवनि जब सिर्फ़ 11 साल की थीं, तब एक दुर्घटना में घायल हो गईं और व्हीलचेयर पर आ गईं। उन्होंने पेरिस में 249.7 अंक हासिल करके टोक्यो में 249.6 अंकों का अपना ही पैरालिंपिक रिकॉर्ड तोड़ दिया।
राजस्थान के जयपुर में जन्मी अवनि को दुर्घटना के बाद अपने पिता ने खेलकूद में उतरने के लिए प्रोत्साहित किया ताकि वह अपने नुकसान से उबर सकें। अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर वह पैरा-शूटिंग की ओर झुकी। उन्होंने 2015 में इस खेल को पूर्णकालिक करियर के रूप में अपनाया। उनकी चमक का क्षण तब आया जब उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक में दो पदक जीते, खेलों के उसी संस्करण में एक स्वर्ण और एक कांस्य पदक हासिल किया। अवनि को बाद में उनकी ऐतिहासिक उपलब्धियों के लिए सरकार द्वारा पद्म श्री और खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Author: Avantika Singh
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