जन्माष्टमी पर क्या खाएं और क्या न खाएं
जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। उपवास के दौरान कुछ विशेष नियम होते हैं कि क्या खाया जा सकता है और क्या नहीं।
क्या खाएं
1. फल: उपवास के दौरान ताजे फल खाए जा सकते हैं। सेब, केले, अनार, अंगूर आदि फल उपवास में अनुकूल होते हैं।
2. मखाने: मखाने को दूध में उबालकर या हल्के तले हुए रूप में खाया जा सकता है।
3. साबूदाना: साबूदाना से बनी खिचड़ी या वड़ा बहुत ही प्रचलित उपवास आहार है।
4. दूध और दूध से बनी चीजें: दूध, दही, पनीर और माखन का उपयोग किया जा सकता है। श्रीकृष्ण जी को माखन बहुत प्रिय है, इसलिए इसे खास तौर पर खाया जाता है।
5. सिंघाड़े का आटा: इससे बनी रोटी, पूरी या हलवा उपवास में खाया जा सकता है।
6. राजगीरा (अमरनाथ): राजगीरा से बने लड्डू या खिचड़ी उपवास के लिए उत्तम माने जाते हैं।
7. कुट्टू का आटा: इससे बनी पूरियां या पकौड़ी उपवास के दौरान खाई जा सकती हैं।
8. सूखे मेवे: काजू, बादाम, अखरोट आदि सूखे मेवे उपवास में खा सकते हैं।
9. गुड़: गुड़ से बने पकवान भी उपवास में खाए जा सकते हैं।
10. शहद और चीनी: मिठास के लिए शहद या चीनी का उपयोग किया जा सकता है।
क्या न खाएं
1. अनाज: गेहूं, चावल, बाजरा, ज्वार, आदि अनाज का सेवन उपवास में नहीं किया जाता।
2. दालें: सभी प्रकार की दालों का सेवन वर्जित है।
3. नमक: साधारण नमक के बजाय सेंधा नमक का प्रयोग किया जाता है।
4. मसाले: हल्दी, गरम मसाला, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर आदि आम मसाले उपवास में नहीं खाए जाते। इनके स्थान पर काली मिर्च, हरी मिर्च और जीरे का उपयोग किया जा सकता है।
5. लहसुन और प्याज: इनका सेवन वर्जित होता है।
6. मांसाहार और अंडे: इनका सेवन जन्माष्टमी के उपवास में नहीं किया जाता।
7. तली-भुनी चीजें: ज्यादा तली-भुनी चीजों से बचना चाहिए।
8. तेल: सरसों या किसी अन्य तेल का उपयोग न करके, घी या नारियल तेल का प्रयोग किया जा सकता है।
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नोट: जन्माष्टमी पर उपवास के नियम स्थान और परंपराओं के अनुसार थोड़े अलग हो सकते हैं।