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अस्पताल प्रबंधन और पुलिस विवाद: सिविल आदेश के बावजूद रोहनिया पुलिस की तालाबंदी से आक्रोश

अस्पताल प्रबंधन और पुलिस विवाद :- [रिपोर्टर अजय कुमार गुप्ता] रोहनिया थाना क्षेत्र के अखरी ओवरब्रिज के दक्षिण स्थित इंद्रा हॉस्पिटल में गुरुवार को एक बड़े भूमि विवाद ने तूल पकड़ लिया। अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर चंद्रशेखर वर्मा ने आरोप लगाया कि उनकी एग्रीमेंट की हुई भूमि पर जबरन कब्जे की कोशिश की गई, जबकि उनके पास सिविल न्यायालय का आदेश भी है, जिसमें भूमि के उपयोग में किसी प्रकार की बाधा न डालने का निर्देश है।

मामले की शुरुआत

करीब 7-8 साल पहले डॉक्टर वर्मा ने अखरी क्षेत्र की एक निजी भूमि, जिसका रकबा साढ़े पांच बिस्वा है, भू स्वामिनी जीरा देवी से 60 लाख की कीमत पर एग्रीमेंट किया था। एग्रीमेंट के तहत 24.60 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से भू स्वामिनी को दिए गए थे। समझौते के अनुसार, रजिस्ट्री पूरी होने तक डॉक्टर वर्मा को हर महीने 10 हजार रुपये बतौर किराया देना था।

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हालांकि भू स्वामिनी और अस्पताल प्रबंधन के बीच रजिस्ट्री को लेकर सहमति नहीं बनी। इस दौरान न तो भूमि की रजिस्ट्री हुई और न ही भू स्वामिनी ने अस्पताल प्रबंधन को उनकी राशि वापस की। अगस्त 2024 में भू स्वामिनी जीरा देवी ने उक्त भूमि का सट्टा गजाधरपुर के ग्राम प्रधान मंगरु यादव को कर दिया।

तनावपूर्ण घटना

गुरुवार को मंगरु यादव और जीरा देवी ने विवादित भूमि पर पहुंचकर अस्पताल द्वारा लगाए गए गेट पर ताला लगाने का प्रयास किया। इस कार्रवाई का अस्पताल प्रबंधन और नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने विरोध किया और धरने पर बैठ गए। इस दौरान सूचना पाकर 112 नंबर पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस पर गंभीर आरोप

अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि न्यायालय के आदेश के बावजूद रोहनिया पुलिस ने गेट पर तालाबंदी कराई। अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर वर्मा ने इसे न्यायालय की अवहेलना बताते हुए कहा कि पुलिस विपक्षी के प्रभाव में आकर काम कर रही है।

पुलिस की प्रतिक्रिया

रोहनिया थाना प्रभारी विवेक कुमार शुक्ला ने बताया कि विपक्षी पक्ष द्वारा न्यायालय के यथास्थिति बनाए रखने का आदेश प्रस्तुत किया गया था। किसी भी विवाद और झगड़े को रोकने के लिए गेट बंद कराया गया।

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नतीजा और विवाद का भविष्य

फिलहाल, दोनों पक्षों को कागजात के साथ थाने बुलाया गया है। भूमि विवाद में आगे की कार्रवाई कोर्ट के आदेशों के आधार पर तय की जाएगी। इस प्रकरण ने स्थानीय स्तर पर पुलिस, प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन के बीच गहरी खाई पैदा कर दी है।

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Author: Suryodaya Samachar

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