Dial 112 :- दीपावली का त्यौहार भारत में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन त्योहार के इस उल्लास भरे माहौल में कई बार ऐसी परिस्थितियाँ उत्पन्न हो जाती हैं, जिनमें लोगों को त्वरित सहायता की आवश्यकता होती है। इसी उद्देश्य से लखनऊ में दीपावली के दौरान डायल 112 आपातकालीन सेवा ने एक अहम भूमिका निभाई। इस दीपावली, उत्तर प्रदेश पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल 112 ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए लोगों की सहायता के लिए 51,000 से भी अधिक मामलों में मदद की।
डायल 112 की सेवा का महत्व
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा डायल 112 सेवा की शुरुआत लोगों को त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए की गई थी। चाहे वह किसी भी प्रकार की आपात स्थिति हो – अपराध, दुर्घटना, आग, चिकित्सा आपातकाल, या फिर घरेलू हिंसा जैसी स्थितियाँ – इस सेवा का उद्देश्य लोगों को सुरक्षित रखना और पुलिस की उपस्थिति का एहसास कराना है। दीपावली जैसे बड़े त्योहारों पर जब लोग अधिकतर अपने घरों या रिश्तेदारों के साथ समय बिताते हैं, तो इस तरह की सेवा और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि इस समय किसी भी तरह की आपात स्थिति में सहायता मिलना अपेक्षाकृत कठिन हो सकता है।
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दीपावली पर आपातकालीन कॉल्स का आँकड़ा
इस वर्ष दीपावली पर, डायल 112 सेवा ने 1,01,805 आपातकालीन कॉल्स प्राप्त कीं, जो कि पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है। इसमें विभिन्न प्रकार के आपातकालीन मामले शामिल थे, जैसे पुलिस सहायता, आगजनी, चिकित्सा आपातकाल, और अन्य समस्याएँ। इसमें सबसे अधिक कॉल्स उन लोगों से आईं जिन्हें पुलिस सहायता की आवश्यकता थी। कुल 41,066 लोगों ने सुरक्षा के लिए पुलिस की सहायता मांगी। इसके अलावा, 1,974 कॉल्स आगजनी की घटनाओं के संबंध में आईं, जबकि 7,147 कॉल्स चिकित्सा सहायता से संबंधित थीं।
घटनास्थल पर त्वरित सहायता
डायल 112 की सेवा ने न केवल कॉल्स प्राप्त कीं, बल्कि उन्होंने अपनी सेवा को पूर्ण तत्परता और जिम्मेदारी के साथ निभाया। हर एक कॉल पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए, पुलिस और अन्य आपातकालीन सेवाओं ने मौके पर पहुँचकर सहायता प्रदान की। दीपावली के दिन 51,000 से अधिक मामलों में सहायता पहुँचाई गई, जिसमें पुलिस ने तुरंत घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति को संभाला और लोगों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
आपातकालीन सेवाओं की इस तत्परता ने यह सिद्ध कर दिया कि डायल 112 सेवा उत्तर प्रदेश पुलिस का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। यह सेवा लोगों की अपेक्षाओं पर खरी उतरी है और पुलिस की सकारात्मक छवि को भी मजबूती प्रदान कर रही है।
आगजनी की घटनाएँ और उनकी रोकथाम
दीपावली के दौरान पटाखों के कारण आग लगने की घटनाएँ आम हो जाती हैं। इस बार भी दीपावली पर 1,974 लोगों ने आग लगने की घटनाओं के बारे में सूचना दी। यह आंकड़ा दर्शाता है कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अग्निकांड के मामले सामने आए। पुलिस और दमकल विभाग ने इन घटनाओं में त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों की सहायता की और आग को फैलने से रोका। इसके साथ ही उन्होंने लोगों को सजग किया कि वे सुरक्षित तरीके से दीपावली मनाएँ और दुर्घटनाओं से बचें।
चिकित्सा सहायता का महत्व
दीपावली के मौके पर चिकित्सा आपात स्थिति की घटनाएँ भी बढ़ जाती हैं। इस दौरान लोगों को अस्पतालों की ओर भागने की आवश्यकता होती है, और डायल 112 की भूमिका इसमें काफी अहम हो जाती है। इस वर्ष दीपावली के दिन 7,147 लोगों ने चिकित्सा सहायता मांगी। यह उन स्थितियों में सहायता प्रदान करता है, जब लोग स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे होते हैं या फिर किसी दुर्घटना में घायल हो जाते हैं।
पुलिस की भूमिका और जिम्मेदारी
इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की भूमिका सराहनीय रही। दीपावली के दौरान पुलिस ने पूरी तत्परता और ईमानदारी के साथ लोगों की सहायता की। विभिन्न घटनाओं में मौके पर पहुँचकर पुलिस ने न केवल लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि उनके मन में सुरक्षा का भरोसा भी कायम किया। पुलिस ने त्यौहार के इस अवसर पर अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और एक बार फिर साबित किया कि उनकी प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा है।
डायल 112 का भविष्य और सुधार
डायल 112 सेवा ने इस दीपावली पर यह साबित किया कि यह सेवा आपातकालीन स्थिति में अत्यंत सहायक है। भविष्य में इस सेवा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए कुछ सुधार किए जा सकते हैं, जैसे कि कर्मचारियों की संख्या बढ़ाना, आधुनिक तकनीक का प्रयोग करना, और अधिक जागरूकता अभियान चलाना ताकि लोग इसकी सेवा का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही, प्रशासन को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर नागरिक को यह सेवा उपलब्ध हो और उन्हें किसी भी आपात स्थिति में बिना किसी देरी के सहायता प्राप्त हो सके।
इस वर्ष दीपावली पर डायल 112 ने रिकॉर्ड तोड़ते हुए 51,000 से अधिक मामलों में सहायता प्रदान की, जो कि अपने आप में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। पुलिस और अन्य आपातकालीन सेवाओं ने जिस तरह से त्वरित कार्रवाई की और लोगों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराया, वह सराहनीय है। डायल 112 सेवा ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि आपात स्थिति में यह सेवा एक लाइफलाइन है, जो जरूरतमंद लोगों को त्वरित सहायता प्रदान करती है। इसके माध्यम से नागरिकों को एक सुरक्षित और सुरक्षित वातावरण मिलता है, और यह सेवा उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
दीपावली पर डायल 112 की सेवा ने जिस तत्परता के साथ कार्य किया, वह एक मिसाल है। उम्मीद है कि भविष्य में भी इस सेवा का विस्तार होगा और इसे और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा ताकि यह हर नागरिक की सुरक्षा का प्रतीक बन सके।
Author: Suryodaya Samachar
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