Ahraura dam news :– [रिपोर्टर तारा त्रिपाठी] अहरौरा डोंगिया बांध मेन कैनाल समिति की बैठक आज अहरौरा बांध पर संपन्न हुई, जिसमें क्षेत्र के प्रमुख किसान, जनप्रतिनिधि, और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता किस्मत कुशवाहा ने की, जबकि संचालन प्रहलाद सिंह किसान ने किया। बैठक का मुख्य उद्देश्य नहरों के संचालन और किसानों की पानी संबंधी मांगों पर विचार-विमर्श करना था।
बैठक में किसानों की ओर से प्रमुख मांग यह थी कि डोंगिया बांध से जल्द से जल्द पानी छोड़ा जाए ताकि खेतों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध हो सके। किसानों की इस मांग को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया कि डोंगिया बांध को आज से खोल दिया जाएगा, जिससे नहरों में पानी का प्रवाह शुरू हो जाएगा। इसके अलावा, 5 मार्च से मेन कैनाल को हाफ पंसेल पर चलाया जाएगा, जिससे धूरिया माइनर को पानी दिया जाएगा।
नहरों के जल प्रवाह की रणनीति
बैठक में तय किया गया कि अहरौरा बांध से गड़ई प्रणाली में पानी छोड़कर हुसैनपुर बियर को मेंटेन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, भागवत ब्रांच और मुगलसराय राजवाहा में झीराव के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जाएगा। हालाँकि, गड़ई नदी और चौकिया ब्रांच में इस बार पानी नहीं छोड़ा जाएगा, क्योंकि वहाँ किसानों की कोई विशेष मांग नहीं आई है।
अहरौरा बांध की मरम्मत कार्य पर चर्चा
बैठक के दौरान अहरौरा बांध के रखरखाव और मरम्मत कार्यों पर भी चर्चा हुई। मेन गेट के पास स्थित सुलिस में लीकेज की समस्या सामने आई है, जिसके चलते मिट्टी भराई का कार्य चल रहा है। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि इस स्थान पर नया गेट लगाया जाएगा ताकि भविष्य में पानी के रिसाव को रोका जा सके और बांध की मजबूती बनी रहे।
बैठक में शामिल प्रमुख लोग
इस बैठक में अनेक किसान नेता, नहर समिति के पदाधिकारी और ग्रामीण किसान उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से ओमप्रकाश जेई, सिद्धनाथ सिंह (अध्यक्ष, अहरौरा डोंगिया बांध मेन कैनाल समिति), प्रहलाद सिंह किसान, मुकुट धारी सिंह, स्वामी दयाल सिंह, परशुराम मौर्य, अमरनाथ मौर्या, रामजी बिंद (पूर्व प्रधान), योगेश सिंह, संजय सिंह, हौसला वर्मा, चौधरी रमेश सिंह, राम राज बिंद, रामनरेश, रामवृक्ष सिंह, विजेंद्र सिंह, विष्णु दत्त यादव, रामचंद्र यादव, मल्लू यादव, रामसृंगार सिंह सहित कई अन्य किसान बैठक में उपस्थित रहे।
किसानों की प्रतिक्रिया
किसानों ने इस बैठक को सकारात्मक बताते हुए कहा कि इससे उनकी समस्याओं को उचित मंच मिला है और जल्द ही उनके खेतों तक पानी पहुँचेगा। रामनरेश, एक किसान, ने कहा, “पिछले कुछ दिनों से खेतों में पानी की जरूरत थी। अब डोंगिया बांध और मेन कैनाल से पानी छोड़ा जाएगा, जिससे हमारी फसलें सुरक्षित रहेंगी।”
IIT Baba :- IIT बाबा ने किया संत प्रेमानंद को लेकर बड़ा खुलासा, बोले……. उनके आश्रम में;, आगे जो बताया हैरान कर देगा!
योगेश सिंह, एक अन्य किसान, ने कहा कि नहरों के सही समय पर संचालन से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा, “सरकार और प्रशासन को चाहिए कि हर साल नहरों की सफाई और मरम्मत का कार्य समय पर पूरा हो, ताकि पानी की बर्बादी न हो और हर किसान को उसका लाभ मिले।”
नहरों की सफाई और मेंटेनेंस पर जोर
बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि नहरों की समय-समय पर सफाई और मरम्मत होनी चाहिए, ताकि जल प्रवाह सुचारु रूप से चलता रहे। किसानों ने सुझाव दिया कि प्रशासन को नहरों की मरम्मत कार्यों में तेजी लानी चाहिए और हर साल पानी छोड़ने से पहले पूरी व्यवस्था जांचनी चाहिए।
निष्कर्ष
इस बैठक में किसानों की मांगों को ध्यान में रखते हुए उचित निर्णय लिए गए और नहरों में पानी छोड़ने की प्रक्रिया को तत्काल शुरू करने का निर्देश दिया गया। साथ ही, बांध की मरम्मत कार्यों को भी प्राथमिकता दी गई, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। यह बैठक किसानों के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हुई, जिससे उन्हें उनकी फसलों के लिए आवश्यक पानी मिलने की उम्मीद बंधी।
आने वाले दिनों में यह देखा जाएगा कि इन फैसलों को कितनी जल्दी और प्रभावी ढंग से लागू किया जाता है। किसानों को अब उम्मीद है कि प्रशासन द्वारा किए गए वादों पर अमल होगा और समय पर उन्हें पानी उपलब्ध कराया जाएगा।

Author: Suryodaya Samachar
खबर से पहले आप तक



