Unnao news :- श्रीराम कथा के तीसरे दिन सुप्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कहा भगवान शिव शंकर और दक्ष प्रजापति की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि हमें कानून का डर होना चाहिए आप कानून से बच सकते है लेकिन ईश्वर से आप नहीं बच सकते है। कथा के दौरान देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कहा कि शास्त्रों के मुताबिक हमे चलना चाहिए। तिरुपति बाला जी के मंदिर में प्रसाद हुई मिलावट के बारे में देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कहा कि यह अधर्म है यह हमारे हिन्दू धर्म के लिए सही नहीं है। धर्म हमारी पृथ्वी पर पहचान बनाता है।
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उन्नाव में चल रही श्रीराम कथा के तीसरे दिन सुप्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने शिव और दक्ष प्रजापति की कथा का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने श्रद्धालुओं से कहा कि ईश्वर की महिमा से कोई बच नहीं सकता। चाहे कानून से बचने की कोशिश कर लें लेकिन ईश्वर की दृष्टि से कुछ भी छिपा नहीं है।
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देवकीनंदन ठाकुर महाराज ने कहा, “हमें शास्त्रों के अनुसार जीवन जीना चाहिए। शास्त्रों का ज्ञान हमें धर्म, सत्य और नैतिकता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।” कथा के दौरान उन्होंने तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में मिलावट की घटना पर गहरी चिंता जताई। उन्होंने इसे अधर्म करार देते हुए कहा, “यह हमारे हिंदू धर्म के लिए अनुचित और निंदनीय है। धर्म हमारी पहचान है, और हमें इसे स्वच्छ और पवित्र बनाए रखना चाहिए।”
धर्म पर दिया जोर
उन्होंने कहा कि धर्म हमारी पृथ्वी पर पहचान बनाता है। जब हम अपने धर्म का अपमान करते हैं या उसे दूषित करते हैं तो हम अपनी पहचान खो देते हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने धार्मिक स्थलों और प्रतीकों का आदर करें और उन्हें पवित्र बनाए रखें।
कथा के इस चरण में श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से कथा का रसपान किया और देवकीनंदन ठाकुर महाराज के विचारों को सुनकर धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा ली।
Author: Suryodaya Samachar
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