Tirupati Laddu Controversy :– तिरुमलापति देवस्थानम ने हाल ही में भगवान वेंकटेश्वर तिरुपति मंदिर के प्रसाद में कीड़े पाए जाने और प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद में पशु वसा के उपयोग के आरोपों को सख्ती से खारिज कर दिया है। इन विवादों के बीच मंदिर प्रशासन ने अपने प्रसाद की तैयारी में सख्त गुणवत्ता नियंत्रण का हवाला देते हुए सभी आरोपों को निराधार बताया।
मंदिर की स्वच्छता पर उठ रहे सवाल
मामला तब सामने आया जब वारंगल के चंदू नामक एक भक्त ने शिकायत की है कि बुधवार को मंदिर में भोजन के दौरान उनके दही चावल में एक कनखजूरा मिला। चंदू ने आरोप लगाया कि मंदिर के कर्मचारियों ने उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और उदासीन रवैया अपनाया। यह घटना मंदिर के प्रसाद और भोजन में स्वच्छता के सवालों को उठाने वाली थी। जिससे भक्तों में चिंता फैल गई है। इसके साथ ही लड्डू प्रसाद में पशु वसा की मिलावट के आरोप भी मंदिर प्रशासन के लिए चुनौती बन गए हैं। इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जांच ब्यूरो की सहायता से एक विशेष जांच दल को मामले की गहराई से जांच करने का आदेश दिया है। इस पूरे विवाद ने मंदिर की प्रतिष्ठा को हानि पहुंचाई है। लेकिन टीटीडी का दावा है कि यह आरोप मंदिर और भगवान वेंकटेश्वर में भक्तों की आस्था को कमजोर करने की साजिश का हिस्सा हो सकते हैं।
टीटीडी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रसाद और भोजन हर दिन ताजा और स्वच्छता के उच्च मानकों के साथ तैयार किया जाता है और किसी भी मिलावट की संभावना को नकारा है। उन्होंने भक्तों को आश्वस्त करते हुए कहा कि मंदिर की प्रतिष्ठा और प्रसाद की पवित्रता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
तिरुपति मंदिर में प्रसाद की गुणवत्ता और स्वच्छता को लेकर उठे विवाद ने भक्तों और अधिकारियों के बीच गहरी चिंता पैदा की है। हालांकि टीटीडी इन सभी आरोपों को खारिज करता है और अपने कड़े गुणवत्ता नियंत्रण पर विश्वास जताता है। लेकिन लड्डू घोटाले की जांच और चंदू के दावे ने इस मुद्दे पर व्यापक बहस को जन्म दिया है। मंदिर प्रशासन का फोकस अब इस पवित्र स्थल पर आने वाले हजारों भक्तों के विश्वास को बनाए रखने पर है।
नई दिल्ली : फैशन ब्रांड मामले में विश्वासघात के लिए दो कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
Author: Suryodaya Samachar
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